मल्हारगढ़। विकासखंड में जन अभियान परिषद के तहत चल रही ग्राम विकास योजनाओं में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार का आरोप सामने आया है। यह आरोप जन अभियान परिषद की मल्हारगढ़ ब्लॉक समन्वयक अर्चना भट्ट और उनके पति इंद्रजीत भट्ट पर लगाए गए हैं, जिन्होंने नवांकुर और प्रस्फुटन समितियों से अवैध रूप से 40 प्रतिशत तक की राशि वसूलने की योजना बनाई। यह सनसनीखेज मामला अब प्रशासन और जन अभियान परिषद के उच्च अधिकारियों के ध्यान में आया है, लेकिन इस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।
वही जानकारी मिली है कि मल्हारगढ़ ब्लॉक के गुड़भेली छोटी, रतनपिपलिया, काल्याखेड़ी गुजरान और चिल्लोदपिपलिया गांवों की नवांकुर समितियों के अध्यक्ष और समन्वयक—बद्रीलाल चौहान, भागीरथ पाटीदार, बालमुकुंद मालवीय और विजय बैरागी—ने इस गंभीर मामले में शिकायत की है। उनका कहना है कि 40% अवैध वसूली अर्चना भट्ट और उनके पति इंद्रजीत भट्ट ने ग्राम विकास के लिए प्राप्त निधियों का 40 प्रतिशत हिस्सा जबरन वसूल किया।
परामर्शदाताओं से रिश्वत की मांग समन्वयक और उनके पति ने परामर्शदाताओं को उनके मेहनताने का एक निश्चित हिस्सा अवैध रूप से मांगने के लिए मजबूर किया। इसके अलावा, आरोप है कि इन दोनों ने पीड़ितों से उनके निजी काम, जैसे घर के कार्य और जिम के लिए दबाव डाला, जिससे उनका शारीरिक और मानसिक शोषण हुआ। वही इस मामले को लगभग 15 दिन पहले कलेक्टर के समक्ष प्रस्तुत किए गए थे, लेकिन आज तक इस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। इससे पीड़ित समितियों और परामर्शदाताओं में आक्रोश फैल रहा है।
उन्होंने आरोप लगाया है कि प्रशासन इस मामले को सिर्फ औपचारिकता समझकर नज़रअंदाज़ कर रहा है, जबकि भ्रष्टाचार के इस गंभीर आरोप में दोषी व्यक्तियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। पीड़ितों ने अब इस मामले को गंभीरता से लेते हुए उपमुख्यमंत्री से मांग की है कि इस भ्रष्टाचार मामले की निष्पक्ष जांच की जाए। उन्होंने कहा कि यदि दोषियों को जल्दी नहीं पकड़ा गया और इस भ्रष्टाचार को रोकने के लिए ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो वे आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे। पीड़ितों ने इस मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल गठित करने की भी मांग यह है की आरोपियों के खिलाफ उठाए गए इस गंभीर कदम में पीड़ितों के पास अवैध वसूली और अन्य शोषण के बारे में पुख्ता साक्ष्य हैं, जिनमें स्क्रीनशॉट्स और अन्य दस्तावेज शामिल हैं।
इन साक्ष्यों को प्रशासन के समक्ष जल्द से जल्द प्रस्तुत किया जाएगा। प्रशासन और सरकारी योजनाओं पर एक बड़ा सवाल उठ रह हुआ क्या यह मामला न केवल मल्हारगढ़ ब्लॉक के विकास कार्यों की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि सरकारी योजनाओं के नाम पर ग्रामीणों से भ्रष्ट तरीके से पैसा उगाहने का काम हो रहा है। इस मामले में यदि समय रहते कार्रवाई नहीं की जाती है, तो यह न केवल सरकारी योजनाओं की विश्वसनीयता को प्रभावित करेगा, बल्कि आम जनता के बीच सरकारी व्यवस्था को लेकर एक नकारात्मक संदेश जाएगा।
वही मल्हारगढ़ में भ्रष्टाचार का यह मामला अब प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है। सभी की निगाहें अब इस पर टिकी हैं कि प्रशासन इस मामले पर कब और क्या कदम उठाता है। पीड़ितों का कहना है कि वे किसी भी हालत में इस भ्रष्टाचार को नजरअंदाज नहीं होने देंगे और न्याय मिलने तक संघर्ष करेंगे। वही इस मामले में मल्हारगढ़ ब्लॉक समन्वयक अर्चना भट्ट और उनके पति इंद्रजीत भट्ट से जानकारी मांगी गई तो इंद्रजीत भट्ट का कहना है हमारे ऊपर लगाए गए सभी आरोप निराधार हैं। यह हमारे परिवार के खिलाफ एक साजिश है, जिसे कुछ लोगों ने गायत्री परिवार की आध्यात्मिक गतिविधियों को लेकर हुई असहमति के बाद अंजाम दिया है। जिन ग्रामों में ये व्यक्ति रहते हैं, वहां आयोजनों के न होने से वे पहले से ही हमसे असंतुष्ट थे। अब उन्होंने हमें बदनाम करने के लिए झूठे आरोप लगाए हैं. इंद्रजीत भट्ट ने यह भी स्पष्ट किया कि हमारे निवास पर इनका वर्षों से आना-जाना रहा है, यह संबंध परिवार भाव से जुड़ा हुआ रहा है वही मेरी विधवा बहन प्रिया भट्ट को सहयोग के बहाने जो फोन पे से राशि भेजी गई या जो भी व्यक्तिगत लेनदेन हुआ, उसे अब उगाही का रंग दिया जा रहा है, जो अत्यंत दुखद और मानसिक रूप से पीड़ादायक है।
उन्होंने आगे यह भी कहा कि वे इस मामले में कानूनी सलाह लेकर उचित कार्रवाई करेंगे ताकि सच्चाई सामने आ सके और उनके परिवार को मानसिक प्रताड़ना से राहत मिल सके।
इनका कहना :-
कुछ व्यक्तियों के द्वारा जो शिकायत की जा रही हैं वह निराधार और झूठी हैं। इन सभी को पूर्व में ही विभाग द्वारा विभाग से पृथक किया गया हैं। इसी बदले की भावना से इनके द्वारा झूठी शिकायत जन अभियान परिषद के वरिष्ठ कार्यालय को भी की गई है उसके लिए स्पष्टीकरण मेरे द्वारा भी दिया जा चुका है। शासन के द्वारा की जाने वाली हर जांच के लिए में तैयार हूं।
--अर्चना भट्ट, विकासखंड समन्वयक मल्हारगढ़.