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बुधवार 6 अगस्त को ग्वालियर-चंबल सहित इन जिलों में भारी बारिश का अलर्ट, कई जिलों में हल्की बूंदाबांदी के आसार

Neemuch headlines August 6, 2025, 6:01 pm Technology

भोपाल। मध्य प्रदेश में एक बार फिर मौसम करवट बदलता दिख रहा है। हालांकि बीते कुछ दिनों से मानसून की रफ्तार धीमी पड़ी है, लेकिन वातावरण में बनी सक्रिय मौसम प्रणालियों के चलते प्रदेश के कई जिलों में एक बार फिर बारिश का दौर शुरू हो गया है। मौसम विभाग ने 6 अगस्त, बुधवार को ग्वालियर-चंबल क्षेत्र के लिए भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। इन जिलों में तेज बारिश के साथ बिजली गिरने और आंधी की भी संभावना जताई गई है। ग्वालियर, भिंड, मुरैना और दतिया जैसे जिलों में बुधवार को तेज बारिश हो सकती है। मौसम विभाग का कहना है कि यहां स्थानीय लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है। वहीं भोपाल, इंदौर और जबलपुर जैसे शहरों में आसमान में बादल छाए रहेंगे और कुछ इलाकों में हल्की बूंदाबांदी देखने को मिल सकती है। इन वजहों से बारिश की संभावना इस समय प्रदेश में कई मौसम प्रणालियां सक्रिय हैं। मानसून ट्रफ रेखा अमृतसर से होते हुए अरुणाचल प्रदेश तक फैली हुई है। इसके अलावा एक ऊपरी हवा का चक्रवात सौराष्ट्र और दूसरा दक्षिण राजस्थान के ऊपर बना हुआ है। साथ ही, एक अन्य ट्रफ रेखा उत्तर प्रदेश से बिहार की ओर फैल रही है। इन मौसमी कारणों से ही प्रदेश के कई हिस्सों में बादलों की आवाजाही और बारिश बनी हुई है। मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, 1 जून से 4 अगस्त तक मध्य प्रदेश में औसतन 28.6 इंच बारिश हो चुकी है, जो सामान्य से 47 प्रतिशत ज्यादा है। पूर्वी मध्य प्रदेश में 52 प्रतिशत और पश्चिमी हिस्सों में 46 प्रतिशत अधिक वर्षा दर्ज की गई है।

ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, मुरैना, अशोकनगर, छतरपुर, निवाड़ी जैसे जिलों में सामान्य से 50 प्रतिशत ज्यादा बारिश हो चुकी है, जबकि भोपाल, इंदौर, उज्जैन और जबलपुर में अभी सामान्य से कम वर्षा हुई है। इसी के साथ मौसम विभाग द्वारा जारी INSAT-3R सैटेलाइट की तस्वीरों से पता चला है कि देश के कई हिस्सों में बहुत तेज बारिश लाने वाले बादल बन रहे हैं। इन तस्वीरों में जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, उत्तर-पश्चिम उत्तर प्रदेश, पूर्वी बिहार, गंगा के किनारे वाले पश्चिम बंगाल, पहाड़ी पश्चिम बंगाल, ओडिशा, तेलंगाना, मराठवाड़ा, कर्नाटक, कोंकण-गोवा और लक्षद्वीप के इलाकों में बहुत घने बादल दिखाई दे रहे हैं। ऐसे बादलों से तेज बारिश, बिजली गिरने और गरज-चमक होने की संभावना बढ़ गई है। इसके साथ ही उत्तराखंड, उत्तर-पश्चिम उत्तर प्रदेश और केरल में बहुत भारी बारिश की संभावना है। इसके अलावा, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तर पंजाब और उत्तर आंतरिक कर्नाटक में भी भारी बारिश हो सकती है। मध्य प्रदेश में अब तक कहां कहां कितनी बारिश मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, 1 जून से 4 अगस्त तक मध्य प्रदेश में औसतन 28.6 इंच बारिश हो चुकी है, जो सामान्य से 47 प्रतिशत ज्यादा है। पूर्वी मध्य प्रदेश में 52 प्रतिशत और पश्चिमी हिस्सों में 46 प्रतिशत अधिक वर्षा दर्ज की गई है। ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, मुरैना, अशोकनगर, छतरपुर, निवाड़ी जैसे जिलों में सामान्य से 50 प्रतिशत ज्यादा बारिश हो चुकी है, जबकि भोपाल, इंदौर, उज्जैन और जबलपुर में अभी सामान्य से कम वर्षा हुई है। सीएम यादव ने दिए निर्देश मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बारिश और बाढ़ से प्रभावित लोगों को राहत देने की बात कही है। उन्होंने निर्देश दिए हैं कि प्रत्येक प्रभावित परिवार का सर्वे कराया जाए और उन्हें नुकसान की भरपाई के लिए सरकार द्वारा सहायता दी जाए। यह मदद सीधे डीबीटी के माध्यम से लोगों के खातों में भेजी जाएगी।

मुख्यमंत्री ने प्रशासन को भी पूरी सतर्कता बरतने और जनता के साथ खड़े रहने के निर्देश दिए हैं।

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