परिवहन मंत्री ने कहा- इस मामले पर सीएम शिवराज से चर्चा होने के बाद किराया बढ़ाने पर सहमति दी गई है।
भोपाल। महंगाई की मार झेल रही जनता की मुश्किलें कम होने की जगह बढती जा रही है। पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों के बीच अब बस में सफर करना भी महंगा हो जाएगा। दरअसल, प्रदेश की शिवराज सरकार ने बस किराये में वृद्धि का फैसला किया है। प्रदेश के परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने कहा है बस ऑपरेटर पिछले कई दिनों से यात्री बसों का किराया बढ़ाने की मांग कर रहे थे। इस मामले पर सीएम शिवराज से चर्चा होने के बाद किराया बढ़ाने पर सहमति दी गई है।
कितना बढ़ेगा किराया?:-
मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के मुताबिक 1 मार्च से किराया बढ़ेगा लेकिन किराया कितना बढ़ेगा इस पर फैसला नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि किराया कितना बढ़ेगा यह बस संचालक और यात्रियों की आपसी सहमति से तय किया जाएगा। एसोसिएशन पदाधिकारियों का कहना है कि सितंबर 2018 में किराया बोर्ड की बैठक में प्रस्तावित स्लैब पर चर्चा करते हुए बसों का किराया 50 फीसदी तक बढ़ाने की सहमति बनी थी। इसमें अब डीजल की बढ़ी हुई कीमत को ध्यान में रख किराया वृद्धि की जाना चाहिए। परिवहन मंत्री राजपूत ने साफ कर दिया है कि किराया वृद्धि इस तरह से की जाएगी कि यात्रियों पर ज्यादा बोझ भी ना आए। मध्यप्रदेश में बस ऑपरेटरों की मानें तो मध्यप्रदेश में 36 हजार के करीब बसें हैं। डीजल के दाम में लगातार बढ़ रहे हैं, डीजल 60 रुपए से 90 रुपए प्रति लीटर तक पहुंच गया है, लेकिन किराया में बढ़ोतरी नहीं हुई है। दरअसल, मध्य प्रदेश के बस ऑपरेटरों ने 26 और 27 फरवरी को सांकेतिक बंद का ऐलान किया था। इसमें उनकी प्रमुख मांग लंबे समय से किराया में बढ़ोतरी नहीं होना ही थी, जबकि डीजल और अन्य खर्चे बढ़ने का बोझ उन पर पड़ रहा है।