भोपाल। कृषि बिल को लेकर कई प्रकार की भ्रांतियां हैं। इसे लेकर पूरे देश में किसानों का आंदोलन चला रहा है। वहीं, बीजेपी शासित राज्यों में सरकारें खुद को किसान हितैषी पेश करने में लगी है। एमपी में सरकार ने भोपाल के भेल मैदान में आज किसान सम्मेलन का आयोजन किया है। इस मौके पर किसानों को संबोधित करते हुए शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि इस कानून से किसानों की जिंदगी में क्रांतिकारी बदलाव आएगा।
किसान सम्मेलन में भाग लेने से पहले शिवराज सिंह चौहान ने कैबिनेट की मीटिंग की है। कैबिनेट की बैठक में शिवराज सरकार के मंत्री वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शामिल हुए थे। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने इस दौरान मंत्रियों से कहा है कि वह फील्ड में मौजूद रहें। साथ ही किसानों के बीच चौपाल भी लगाएं और कृषि कानूनों के बारे में उन्होंने बताएं। सीएम ने कहा कि किसानों को यह भी बताएं कि हमने अपने शासन काल के दौरान उनके लिए क्या-क्या किया है।
किसानों के खाते में डालेंगे 1600 करोड़:-
कैबिनेट मीटिंग के दौरान सीएम शिवराज ने यह घोषणा की है कि 18 दिसंबर को हम किसानों के खाते में 1600 करोड़ रुपये डालेंगे। यह कुल राहत राशि का एक हिस्सा है। यह इसी साल हुई सोयाबीन आदि फसलों के नुकसान का पैसा है। सीएम ने किसानों से कहा है कि एक किश्त अभी देंगे और बाद में दूसरी किश्त भी देंगे। तब तक फसल बीमा योजना की राशि भी आ जाएगी।
कमलनाथ पर साधा निशाना:-
कैबिनेटी की मीटिंग के बाद सीएम शिवराज किसान सम्मेलन में पहुंच गए थे। वहां उन्होंने कहा कि किसानों के प्रीमियम का 2200 करोड़ रुपया न जमा करने वाले कमलनाथ मुझे किसान विरोधी कह रहे हैं। हम जीरो पर्सेंट पर किसानों को कर्जा देते थे, आपने उसे भी बंद कर दिया। 18 फीसदी ब्याज पर किसानों को कर्जा देने वाले कमलनाथ जी हमें किसान विरोधी बता रहे हैं। उन्होंने पूछा है कि राहुल गांधी तब कहां थे, जब कमलनाथ कर्जमाफी के झूठे प्रमाणपत्र बांट दिए। राहुल जी आप तब कहां थे, जब कमलनाथ जी अपने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के लिए किसानों की सूची ही नहीं भेजी। इससे लाखों किसान लाभ लेने से वंचित रह गए।
किसान हमारे भगवान:-
किसान सम्मेलन में सीए शिवराज ने कहा कि किसान हमारे भगवान हैं। अपनी जनता के हम पुजारी हैं। इनकी सेवा हमारे लिए भगवान की पूजा है। बदमाशी करने वालों, बाहुबल के आधार पर प्रदेश को लूटने वाले माफियाओं को समाप्त करने का अभियान जारी है। युवाओं को रोजगार मिले इसके लिए हम हमेशा प्रयासरत हैं।