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चारित्र चक्रवर्ती प्रथमाचार्य श्री शान्तिसागर जी महाराज के आचार्य पदारोहण शताब्दी वर्ष प्रारंभ के अवसर पर सिंगोली मे पांच दिवसीय कार्यक्रम आयोजित।

प्रदीप जैन। October 22, 2023, 11:55 am Technology

चारित्र चक्रवर्ती प्रथमाचार्य श्री शान्तिसागर जी महाराज के आचार्य पदारोहण शताब्दी वर्ष प्रारंभ के अवसर पर

सिंगोली मे पांच दिवसीय कार्यक्रम आयोजित आचार्य श्री के व्यक्तित्व पर परिचर्चा एवं कई धार्मिक आयोजन होगे रिपोर्ट प्रदीप जैन सिंगोली। नगर मे चातुर्मास हेतू विराजित दिगंबर संत परम पूज्य गुरूदेव श्री सुप्रभ सागर जी महाराज एवं दर्शित सागर जी महाराज के सानिध्य मे समाज द्वारा इनके दादा गुरू एवं दिगंबर परम्परा के प्रथम आचार्य चारित्र चक्रवर्ती परम पूज्य श्री शान्तिसागर जी महाराज के आचार्य पदारोहण शताब्दी वर्ष के प्रारंभ अवसर पर पांच दिवसीय कार्यक्रम आयोजित किया है। जो दिनांक 24 अक्टूंबर से प्रारंभ होकर 28 अक्टूंबर तक चलेगा। कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी देने के लिए गुरूदेव सुप्रभ सागर जी महाराज ने आज दिगंबर जैन संत शाला मे पत्रकार वार्ता करते हुए सभी पत्रकार साथियो को कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी दी।

गुरूदेव से मिली जानकारी के अनुसार दिनांक 24 अक्टूंबर से शताब्दी वर्ष का भव्य आरंभ होगा जिसमे परम पूज्य चारित्र चक्रवर्ती प्रथमाचार्य श्री शान्तिसागर जी महाराज के व्यक्तित्व परिचर्चा के माध्यम से पांचो ही दीन गुरूदेव के जीवन पर आधारित विषयो पर अलग अलग व्यक्तियो द्वारा जानकारी देते हुए उनके जीवन पर परिचर्चा होगी तथा मुनिकुल पितामह के विराट व्यक्तित्व को जन जन तक पहुंचाने हेतू परम पूज्य पंचम पट्टाधीश वात्सल्य वारिधी आचार्य श्री 108 वर्धमान सागर जी महाराज एवं परम पूज्य संत शिरोमणी आचार्य 108 विद्यासागर जी महाराज की आशीष छाया मे परम पूज्य मुनिश्री सुप्रभ सागर जी महाराज एवं दर्शित सागर जी महाराज के पुनित सानिध्य मे प्रथमाचार्य श्री शान्तिसागर जी महाराज के जीवन पर प्रकाश डालते हुए उनके जीवन को जन जन तक पहुंचाया जाएगा। गुरूदेव ने जानकारी मे यह भी बताया की परिचर्चा मे अधिकांश स्थानीय वक्ता ही अलग-अलग विषयो पर परिचर्चा करते हुए जानकारी देगे साथ ही समारोह की शुरुआत प्रतिदिन मंगलाचरण, चित्र अनावरण, प्रथमाचार्य श्री शान्तिसागर जी महामुनिराज की संगीतमय महापूजन, मुनिद्वय को शास्त्र दान सहित प्रतिदिन रात्री मे सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होगे। शताब्दी समारोह के अंतर्गत दिनांक 25 अक्टूंबर को श्रीमती कंचनबाई बापूलाल मोहीवाल जैन चैरिटेबल ट्रस्ट बोराव के सौजन्य से वृहद चिकित्सा एवं नैत्र परिक्षण शिविर का आयोजन स्थानीय गौतमालय भवन पर प्रात 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक रहेगा।

दिनांक 28 अक्टूंबर को आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के अवतरण दिवस पर महाआरती एवं रात्री मे भजन संध्या का आयोजन होगा जिसमे इन्दौर से संगीतकार मयुरजैन एण्ड पार्टी विशेष रूप से उपस्थित रहेगी। चारित्र चक्रवर्ती प्रथमाचार्य शान्तिसागर जी महाराज का जीवन परिचय पर एक नजर :- जन्म- आषाढ़ कृष्ण पक्ष-6 वि सं 1929 ईस्वी 1872 येलगुल कर्नाटक माता- पिता- सत्यवती- भीमगौड़ा पाटील दीक्षा- क्षुल्लक दीक्षा ज्येष्ठ शुक्ला 13 वि सं 1972 ईस्वी 1915 उत्तूर महाराष्ट्र आचार्य पद- आश्विन शु 11 वि सं 1981 ईस्वी 1924 समडोली पदविहार- 35000 हजार मील से अधिक तप साधना- सिंहनिष्क्रीडित, चारित्र शुद्धी, तीस चौबीसी,कवलचन्द्रायण आदी अनेक व्रतो को करते हुए 35 वर्षीय संत जीवन मे 27 वर्ष उपवास करके निकाले जिसमे 9938 उपवास किये कुल वर्षायोग- 41 वर्षायोग दीक्षित शिष्य- 26 मुनि, 4 आर्यिका, 16 एलक, 28 क्षुल्लक ओर सैकड़ो व्रती श्रावकरूप चतुर्विध संघ विशेष- सन 1925 मे गोम्मटेश्वर भगवान बाहुबली स्वामी के महामस्तकाभिषेक मे सानिध्य प्रदान किया ओर श्रवणबेलगोला से ही आप गुरूणां गुरू कहे जाने लगे। आयोजन को लेकर स्थानिय सकल दिगंबर जैन समाज द्वारा जोर-शोर से तैय्यारी की जा रही है नगर को दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है नगर मे पांचो दिन जोरदार धर्म की गंगा बहेगी कार्यक्रम को लेकर जैन समाज के अलावा अन्य समाजो मे भी हर्ष का वातावरण है।

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