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ब्लॉक कांग्रेस ने बाबा साहब को किया याद, हर समय संविधान को याद रखने की दिलाई शपथ

NEEMUCH HEADLINES April 14, 2022, 5:47 pm Technology

जावद। जिला कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी जिलाध्यक्ष राजकुमार अहीर के नेतृत्व में एवं जावद ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के बेनर तले गुरूवार को प्रातः 11.30 बजे संविधान के निर्माता बाबा साहब भीमराव आंबेडकर जी की जयंती बस स्टेण्ड स्थित सती माता जी के मंदिर पर मनाई।

सर्वप्रथम बाबा साहब के चित्र पर माल्यापर्ण कर पुष्पांजलि अर्पित कि गई, एवं बाबा साहब को नमन किया। जावद ब्लॉक अध्यक्ष केलाशचन्द्र अहीर ने आम्बेडकर का जन्म 14 अप्रैल 1891 को ब्रिटिश भारत के मध्य भारत प्रांत (अब मध्य प्रदेश) में स्थित महू नगर सैन्य छावनी में हुआ था।वे रामजी मालोजी सकपाल और भीमाबाई क 14 वीं व अंतिम संतान थे।

उनका परिवार कबीर पंथ को माननेवाला मराठी मूूल का था और वो वर्तमान महाराष्ट्र के रत्नागिरी जिले में आंबडवे गाँव का निवासी था। वे हिंदू महार जाति से संबंध रखते थे, जो तब अछूत कही जाती थी और इस कारण उन्हें सामाजिक और आर्थिक रूप से गहरा भेदभाव सहन करना पड़ता था। भीमराव आम्बेडकर के पूर्वज लंबे समय से ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी की सेना में कार्यरत रहे थे और उनके पिता रामजी सकपाल, भारतीय सेना की महू छावनी में सेवारत थे तथा यहां काम करते हुये वे सूबेदार के पद तक पहुँचे थे। उन्होंने मराठी और अंग्रेजी में औपचारिक शिक्षा प्राप्त की थी।

वही जिला कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी जिलाध्यक्ष राजकुमार अहीर ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा की बाबा साहब आम्बेडकर ने कहा था ‘छुआछूत गुलामी से भी बदतर है।’ आम्बेडकर बड़ौदा के रियासत राज्य द्वारा शिक्षित थे, अतः उनकी सेवा करने के लिए बाध्य थे। उन्हें महाराजा गायकवाड़ का सैन्य सचिव नियुक्त किया गया, लेकिन जातिगत भेदभाव के कारण कुछ ही समय में उन्हें यह नौकरी छोड़नी पडी।

उन्होंने इस घटना को अपनी आत्मकथा, वेटिंग फॉर अ वीजा में वर्णित किया। इसके बाद, उन्होंने अपने बढ़ते परिवार के लिए जीविका साधन खोजने के पुनः प्रयास किये, जिसके लिये उन्होंने लेखाकार के रूप में, व एक निजी शिक्षक के रूप में भी काम किया, और एक निवेश परामर्श व्यवसाय की स्थापना की, किन्तु ये सभी प्रयास तब विफल हो गये जब उनके ग्राहकों ने जाना कि ये अछूत हैं। 1918 में, ये मुंबई में सिडेनहम कॉलेज ऑफ कॉमर्स एंड इकोनॉमिक्स में राजनीतिक अर्थशास्त्र के प्रोफेसर बने। हालांकि वे छात्रों के साथ सफल रहे, फिर भी अन्य प्रोफेसरों ने उनके साथ पानी पीने के बर्तन साझा करने पर विरोध किया।

इस अवसर पर जिला कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी जिलाध्यक्ष राजकुमार अहीर, जावद ब्लॉक अध्यक्ष कैलाश अहीर, शांतिलाल झाड़ोतिया, सलीम सरवारी, पूर्व पार्षद अरविंद बग्गड़, युवा कांग्रेस नगर अध्यक्ष शैलेन्द्र सोनी, युवा कांग्रेस रतनगढ़ ब्लॉक अध्यक्ष नितेश दायमा, प्रदीप सेन, शिवकुमार पटेल, रमेश (भानु) टेलर, महू सुदन पाण्डे, सौरभ सौनी, विपीन श्योपरा, हनी तोतला, राजवीर अहीर, घनश्याम अहीर, हरीश नागदा आदि मौजूद थे। सभी को ब्लॉक अध्यक्ष कैलाश अहीर, शांतिलाल झाड़ोतिया, सलीम सरवारी, राजकुमार अहीर ने संभोदित किया कार्यक्रम का संचालन पुर्व पार्षद अरविंद बग्गड़ एवं आभार शेलेन्द्र सोनी ने माना। उक्त जानकारी मीडिया प्रभारी हबीब राही द्वारा दी गई।।

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