अठाना। जब से निर्वाचित नगर परिषद का समय समाप्त हुआ है तब से अठाना नगर परिषद के हालत बद से बदतर हो गए है। ना कोई परेशानी सुनने वाला है और ना ही कोई समस्या का समाधान करने वाला है। विगत काफी समय से जावद और अठाना परिषद में केवल एक ही सीएमओ जगजीवन शर्मा संभाल रहे है। वो भी आधा समय जावद और कुछ समय अठाना होते है। उनकी बेफिक्री अठाना के नगरवासियो पर भारी पड़ रही है। ऐसे में आम लोगो की जरुरतो पर किसी का ध्यान ही नहीं है।
वर्तमान में अठाना नगरवासियों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जिसमें प्रमुख समस्या पानी की है। अभी गर्मी शुरू हुई है ऐसे में स्थानीय लोगो को अभी से पानी की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है। ना तो एसडीएम और ना ही सीएमओ जगजीवन शर्मा इस ओर ध्यान लगा रहे हैं। नगर परिषद के अधिकारी इस ओर कोई ध्यान नहीं लगा रहे हैं। नगर में कई हैंडपंप मैं पानी है लेकिन वो बंद पड़े हैं। अठाना के कुछ वार्ड ऐसे हैं जिसमें 15 दिनों से भी ज्यादा होने पर भी नल नहीं आ रहे है। जिस मोहल्ले में नल नहीं आ रहे हैं उसमें नगर परिषद टैंकर से भी पानी की व्यवस्था नहीं कर रही है। नगर परिषद का टैंकर निजी ठेकेदार काम में ले रहा है और सार्वजनिक नल भी कई दिनों से बंद पड़ा हुआ है। पहले से ही सब कोरोना से परेशान है ऊपर से यह पानी की समस्या ने लोगों को बड़ा परेशान कर रखा है। पुरे मामले से नीमच हेडलाइंस को अठाना के स्थानीय पूर्व पार्षद महेन्द सिंह (जीतू बना) ने अवगत करवाया और समाचार के माध्यम से प्रशासन से उचित कार्यवाही की मांग भी की है।