नीमच । नीमच जिले के विकास खण्ड मनासा के ग्राम भाटखेड़ी के युवा जितेन्द्र पिता रामेश्वर पाटीदार के पास कोई कृषि भूमि नहीं है। उनकी आजीविका का एक मात्र साधन पशुपालन है। वर्तमान में जितेन्द्र के पास 10 गायें एवं तीन बछड़ियाँ है इनमे से 5 गाये दूध दे रही है तथा 5 गर्भवती है। जितेन्द्र गोपालन कर प्रतिमाह 60 हजार रुपये का दूध विक्रय करते है।जितेन्द्र गायों का प्रजनन प्रबन्धन इस प्रकार करते हैं कि वे प्रतिवर्ष गायो से बछीयाँ प्राप्त कर लेते हैं, प्रजनन हेतु वे अपनी गायों को सेक्स सार्टेड सीमन लगवाते है ताकि उन्हें उन्नत नस्ल की बछिया प्राप्त हो सके। गायो से प्रतिवर्ष बछिया प्राप्त करने से जहाँ मादावंश की संख्या बढ़ रही है, वहीं गायों की शुष्क अवधि कम होने से अधिक आर्थिक लाभ प्राप्त कर रहे है। पशुपालक जितेन्द्र हरा चारा उगाते है तथा उसकी कुट्टी कर पशुओं को खिलाते हैं। पशुशाला में चारा खाने की मेंजर तथा आटोमेटिक पानी की व्यवस्था कर रखी है साथ ही मिल्कीगं मशीन भी लगा रखी है। इस तरह उन्नत नस्ल का गौपालन कर, जितेन्द्र आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन गये है। उन्होने दुग्ध उत्पादन कर, अपनी समृद्धि की राह चुनी है। इसमें वे पूरी तरह सफल भी हुए है।