हालातों को देखते हुए जिला प्रशासन को चिकित्सा व्यवस्था और मजबूत करने की आवश्यकता है-

प्रदीप जैन April 17, 2021, 11:15 am Technology

सिंगोली। विगत दस दिनों से जिले में कोरोना का संक्रमण बहुत तेजी से बढा है। देश में कोरोना की दुसरी लहर इतनी भयावह होगी यह किसी ने सोचा भी नहीं होगा हमारे नीमच जिले में भी पिछले दस दिनो मे जिस तरह बेतहाशा रूप में संक्रमण बढ़ा है यह हम सब के लिए एक चुनौती बन कर आया है। इसके पिछे के कारणो को यदी हम देखेंगे तो साफ दिखाई देगा कि इस महामारी को फैलाने में हमारा भी कही ना कही योगदान जरूर है। हमने इस महामारी को अभी तक गंभीरता से नही लिया ओर ना ही शासन द्वारा बनाई गाइडलाइन का हमने पालन किया ना हमने मास्क पहने ओर ना ही हमने सामाजिक दुरी रखने का काम किया।

बस पुरी तरह लापरवाह होकर लगे रहे संक्रमण को बढावा देने मे। अब जब हालात बेकाबू होकर भयावह हुए तब कही हमे लगा की ये क्या हो रहा है। सरकार के चुनावो मे व्यस्त होने से प्रदेश की हालत आज क्या हो गई किसी से छिपी हुई नही है।

हमारे जिले की ही बात करेगे तो साफ दिखाई देगा कि हमारे जिले में कोरोना कितनी तेजी से फैल रहा हे यहाँ कुछ दिनों पहले नाम मात्र के एक्टिव केस थे जो आज पांच सौ से अधिक हो गये हैं। हम हमारे यहाँ की चिकित्सा व्यवस्था पर नजर डालें तो साफ दिखाई देगा कि आज के जो हालात हैं उसके मुकाबले हमारी चिकित्सा व्यवस्था नही है।

जबकि देश में विगत एक वर्ष से कोरोना महामारी चल रही हे कोई नयी नहीआयी हे फिर क्यों हमारे जनप्रतिनिधियों ने हमारे जिले की चिकित्सा व्यवस्था को सुधारने का प्रयास नही किया।

हमारा जिला चिकित्सालय आज भी भगवान के भरोसे होकर रेफर चिकित्सालय बना हुआ है। जिले में आज भी साधन संसाधनो की कमी के चलते माकुल ओर समुचित इलाज गंभीर बिमारो को मिले ऐसी व्यवस्था नही है।

हमारे जिले वेंटिलेटर है पर उनको चलाने वाला कोई एक्सपर्ट नही है । ना बेड पुरे ना आक्सीजन की पूर्ति पुरी है ऐसी दशा में जिले के गंभीर बिमारो को सिर्फ रेफर करने के अलावा और कोई चारा नहीं हे आखिर ऐसा क्यू? इस विषय पर सोचना आवश्यक है। सरकार हजारों करोड़ रुपये महामारी के नाम पर खर्च कर रही हे पर हमारी चिकित्सा व्यवस्था तो आज भी वही ढांक के तीन पात जैसे ही है ।

सरकार सबसे पहले चिकित्सा व्यवस्था को माकुल करे ताकि हजारों लोगों मरने से बच सके खेर अभी भी कुछ नही बिगड़ा हे जब जागे तब ही सबेरा इस बात को ध्यान में रखते हुए सरकार को सबसे पहले पुरे प्रदेश में चिकित्सा व्यवस्था को माकुल बनाने का काम करना चाहिए। तथा दुसरी प्राथमिकता मे कोरोना गाइड लाइन का पालन पुरी तरह हो इसके लिए सख्त नियम बना कर सख्ती से पालन हो ऐसी व्यवस्था करना चाहिए। ताकि प्रदेश में संक्रमण की चेन को तोडा जा सके। हमारे नीमच जिले में लगातार कोरोना का कहर बरस रहा हे इसको रोकने के लिए प्रशासन ने दस दिन का लाॅक डाउन लगाया है बहुत अच्छी बात हे हम इसका समर्थन करते हैं। पर साथ ही प्रशासन को इस विषय पर भी गंभीरता से विचार करना होगा कि दस दिन बाद जैसे ही बाजार खुलेगे तो बाजारो में भीड़ के आलम क्या होगे ओर उस भीड़ को कंट्रोल करने के लिए प्रशासन क्या करेगा?कहीं वो लापरवाही फिर से होगी जो पिछले दो दिन के लाॅक डाउन के बाद हुई थी ।

बाजार खुलते ही भीड़ का उमड़ना तय है क्योंकि शादी ब्याह की सीजन है ओर जिनको शादी ब्याह की खरीददारी करना है वो तो बाजार में आयेगे ही ओर प्रशासन को इस भीड़ पर काबू पाने की योजना बनाना होगी तब जाकर भीड़ को कंट्रोल किया जा सकता है। कोरोना गाइड लाइन का पालन सख्ती से हो ऐसा प्रयास करना चाहिए। व्यापारीयो को भी अपने जीवन की चिंता करते हुए शासन प्रशासन का सहयोग करना चाहिए तब कही हम इस महामारी से जंग जीत पायेगे अन्यथा कोई कुछ नहीं कर पायेगा। एक बार फिर कहना लाजिमी होगा कि जान है तो जहान है इसलिए जान को बचाने का प्रयास करे जान होगी तो जहान फिर खड़ा हो जायेंगा ।

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