नीमच। शुक्रवार 16 अप्रेल को कलेक्टर कार्यालय पर आपदा प्रबंधन समूह की बैठक आहूत की गई। बैठक में विधायक प्रतिनिधि, सांसद प्रतिनिधि, व्यापारी प्रतिनिधि, होटल व्यवसायी व अधिकारियों के साथ मनासा विधायक माधव मारू, जिला पंचायत अध्यक्ष अवंतिका जाट व कलेक्टर-एसपी ने शिरकत की। बैठक में 10 दिनी कोरोना कर्फ्यू पर सभी ने अपने-अपने विचार-विमर्श व सुझाव रखे। इस दौरान जावद विधायक प्रतिनिधि सचिन गोखरू की बोलने की बारी आई। उन्होंने बैठक को सम्बोधित करते हुए सुझाव दिया कि जावद में फिलहाल कोरोना संक्रमित नहीं आ रहे हैं, इसलिए 10 दिनी कोरोना कर्फ्यू से जावद को अलग रखा जाए यानि जावद क्षेत्र में 10 दिनी कोरोना कर्फ्यू नहीं किया जाए। इस हास्यास्पद सुझाव को सुन कलेक्टर मयंक अग्रवाल ने सचिन गोखरू के सुझाव को नकारते हुए कहा कि संक्रमित कम या ज्यादा से कोई लेना-देना नहीं हैं। स्थिति को नियंत्रित करना जरूरी हैं। कोरोना की चेन को ब्रेक करना आवश्यक हैं। हालात कब, कहां बेकाबू हो जाए?, इसका आंकलन करना असंभव हैं। इसके बाद मनासा विधायक माधव मारू ने भी गोखरू के सुझाव पीन करते हुए कहा कि सम्पूर्ण जिले में कोरोना कर्फ्यू लगाया जा रहा हैं। ऐसे में कर्फ्यू से जावद को वंचित किया जाए, ऐसा करना उचित नहीं होगा हैं। विधायक मारू ने कहा कि आज ही मेरी मंत्री से बात हुई हैं। वे भी जावद को लॉकडाऊन करने के पक्ष में हैं। उन्होंने कहा कि 2020 में जब मनासा में कोरोना के कम केस आ रहे थे, तब भी हमने मनासा में समय-समय पर लॉकडाउन करवाया था।