नीमच। आज 25 मार्च को वीर शहीद पत्रकार गणेश शंकर विद्यार्थी की पुण्यतिथि है उन्हें पुण्य स्मरण करते हुए इलेक्ट्रॉनिक मीडिया क्लब से जुड़े हुए पत्रकारों ने श्रद्धा सुमन अर्पित किए । मीडिया प्रभारी अफजल कुरेशी ने बताया कि 25 मार्च 1931 का वक्त था. सारे कानपुर में दंगे हो रहे थे. मजहब पर लड़ने वालों के खिलाफ जिंदगी भर गणेश शंकर विद्यार्थी लड़ते रहे थे, वही मार-काट उनके आस-पास हो रही थी. ऐसी परिस्थिति पर गणेश शंकर विद्यार्थी से रहा न गया और वो निकल पड़े दंगे रोकने. कुछ देर में ही वो दंगाइयों की एक टुकड़ी में फंस गए। आखिर में उनका शव मिला । उनकी इस तरह हुई मौत इस बात की गवाही देती है कि गणेश शंकर विद्यार्थी जितना अपनी कलम से एक्टिव थे उतना ही वो रियल लाइफ में भी एक्टिव थे.
स्वर्गीय श्री गणेश शंकर विद्यार्थी को श्रद्धा सुमन अर्पित करते समय इलेक्ट्रॉनिक मीडिया क्लब के संरक्षक हरीश अहीर, अध्यक्ष संजय यादव, सचिव अविनाश जाजपुरा, वेबसाइट कोऑर्डिनेटर विनोद गोठवाल, टूर कोऑर्डिनेटर गोपाल मेहरा, विशिष्ट सदस्य दिनेश नलवाया, राकेश मालवीय, चिराग फागवार, दीपक किलोरिया, इमरान खान व पत्रकार अवधकिशोर शर्मा, मोनू सोनी, राजेश कुशवाह मौजूद रहे।