उज्जैन। शहर में कोरोनॉ संकट के नाम पर भी अब धांधली मची है, देर रात धारा 144 के तहत 10 बजे मार्केट बंद करवाने के कलेक्टर के स्पष्ठ निर्देश है बावजूद उसके शहर में 11 बजे तक मार्केट खुला रहता है दुकान बंद करवाने पॅहुचे पुलिस कर्मियों द्वारा लेन देने करने की बात से हड़कमप मच गया है शहर के ही एक वरिष्ठ पत्रकार द्वारा 3 पुलिस कर्मियों पर आरोप लागया गया की पुलिस देन लेन कर रही है दुकान बंद करवाने के नाम पर, उन्होंने बताया जब इस घटना को मैने कैमरा में कैद करना चाहा तो पुलिस कर्मियो द्वारा मेरा मोबाइल छुड़ा कर मेरे साथ मौके पर मारपीट की गई और 3 घण्टे थाने में बैठा कर धमकाया गया।
दरअसल शहर के वरिष्ठ पत्रकार पर देर रात धारा 353 के तहत थाना नीलगंगा में प्रकरण पँजिबद्ध किया गया, मामले की सूचना पर सुबह पॅहुचे पत्रकारो ने घटना को जाना तो सामने आया निलगंगा क्षेत्र में पुलिस कर्मी दुकाने बंद करवाने निकले थे और लेन देन कर रहे थे जिसे पत्रकार ने कैमेरा में रिकॉर्ड कर लिया। इसी को देख आक्रोशित पुलिस कर्मी भड़क गए, पत्रकार का मोबाइल छुड़ाया रिकॉर्डिंग डिलीट कर मोबाइल एयरप्लेन मोड पर डालकर जप्त कर लिया, और मार पीट कर थाने ले गए जहां बिना किसी जांच पड़ताल के प्रकरण दर्ज किया गया और इसी बात की आपत्ति जताते हुए तमाम पत्रकार थाने का घेराव करने पॅहुचे और बवाल मचाया, मामले को तुरन्त संज्ञान में लेते हुए एएसपी ने तीनों पुलिसकर्मियों को लाइन अटैच कर जांच के निर्देश दिए।
एएसपी अमरेंद्र सिंह ने मीडिया से चर्चा के दौरान कहा कि देर रात दुकान बंद करवाने को लेकर विवाद की स्तिथी उत्पन्न हुई थी जिसमें शिकयातकर्ता के आवेदन पर प्राथमिक जांच में तीन पुलिस कर्मियों को लाइन अटैच किया गया हैं जांच आगे भी जारी है, निष्पक्ष कार्यवाई की जाएगी।