ऑल टाइम हाई से 16 फीसदी सस्ता हो चुका है सोना, क्या यही है निवेश का सही समय? पिछले साल दिया था 30 पर्सेंट रिटर्न

Neemuch Headlines February 25, 2021, 7:22 am Technology

गोल्ड ने 2020 में 30 फीसदी का शानदार रिटर्न दिया था. अगस्त 2020 में सोने का भाव 56200 रुपए प्रति दस ग्राम (अब तक का सर्वोच्च स्तर) पर पहुंच गया था जो अभी 46800 के स्तर पर है. ऑल टाइम हाई से सोने की कीमत में 16 फीसदी से ज्यादा का सुधार हो चुका है. ऐसे में क्या यह निवेश का सही समय है, यह सवाल निवेशकों के लिए बेहद अहम हो जाता है. इधर शेयर बाजार 52500 के स्तर तक पहुंचने के बाद करेक्शन के मोड में है. इस समय यह 49900 के रेंज में ट्रेड कर रहा है. जानकारों के मुताबिक, बॉन्ड यील्ड में उछाल के कारण महंगाई दर बढ़ने के आसार है और शेयर बाजार में अभी थोड़ा और करेक्शन होगा.

पिछले छह महीने में सोने की कीमत में 10 हजार रुपए की गिरावट आई है. इस गिरावट को लेकर इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स असोसिएशन यानी IBJA के सुरेंद्र मेहता का कहना है कि कीमत में सुधार के कई कारण हैं. अमेरिकी डॉलर दुनिया की अन्य करेंसी के मुकाबले मजबूत हो रहा है. जब डॉलर मजबूत होता है, सोने की कीमत में गिरावट आती है. इसके अलावा अमेरिकी बॉन्ड बाजार में इंट्रेस्ट रेट में तेजी आई है, इसके कारण सोने की कीमत पर दबाव बढ़ रहा है. पिछले कुछ समय से क्रिप्टोकरेंसी के प्रति भी निवेशकों की दिलचस्पी बढ़ी है. ऐसे में निवेशक रिस्क लेते हुए डिजिटल करेंसी में भी निवेश करने लगे हैं. उनका कहना है कि इन तमाम कारणों से सोने की कीमत में गिरावट है, लेकिन आने वाले दिनों में इसमें तेजी आएगी और जो सुरक्षित निवेश चाहते हैं उनके लिए गोल्ड में निवेश करने का गोल्डन चांस है. माना जा रहा है कि अमेरिका की तरफ से स्टिमुलस पैकेज की घोषणा होते ही सोने की कीमत में उछाल आएगा. अगले 3-4 महीने में सोना अच्छा रिटर्न दे सकता है।

यूएस बेंचमार्क बॉन्ड यील्ड में तेजी से सोने की चमक फीकी पड़ी :-

मिंट में छपी एक रिपोर्ट में alternative investments के सीनियर फंड मैनेजर चिराग मेहता ने कहा कि अमेरिकी बॉन्ड यील्ड में तेजी के कारण ही सोने की कीमत में गिरावट दिखाई दे रही है. 10 साल का अमेरिकी बेंचमार्क बॉन्ड यील्ड अगस्त 2020 में 0.60 फीसदी था जो बढ़कर अब 1.37 फीसदी पर पहुंच चुका है. चिराग का कहना है कि अमेरिकी फेडरल नहीं चाहेगा कि यील्ड में तेजी आए. इकोनॉमी में रिकवरी के लिए बॉन्ड यील्ड का कम होना जरूरी है. ऐसे में फेडरल रिजर्व ऐसा उपाय करेगा जिससे यील्ड में गिरावट आएगी, जिससे फिर सोने की चमक लौटेगी. यील्ड का मतलब इंट्रेस्ट रेट से होता है।

6-12 महीने के भीतर सोना 56500 के स्तर तक पहुंच सकता है:-

Motilal Oswal Financial Services लिमिटेड के कमोडिटी रिसर्च नवनीत दमानी का कहना है कि इंटरनेशनल मार्केट में सोना अभी 1800 डॉलर के मजबूत स्थिति पर है. मीडियम टर्म में इसके 2150 डॉलर तक पहुंचने के पूरे आसार है. उन्होंने कहा कि इंपोर्ट ड्यूटी में 5 फीसदी की कटौती के कारण भी सोने की कीमत में गिरावट देखी जा रही है, लेकिन अगले 6-12 महीने में यह 56500 या उससे ऊपर भी जा सकता है. कमोडिटी मार्केट के जानकारों अभी भी यही कहना है कि कीमत में फिर से उछाल देखने को मिलेगा, इसलिए यह निवेश का सुनहरा मौका है।

डिलिवरी वाले सोना और चांदी का भाव:-

MCX पर सुबह के 10.15 बजे अप्रैल डिलिवरी वाला सोना 8 रुपए की तेजी के साथ 46810 रुपए प्रति दस ग्राम के स्तर पर और जून डिलिवरी वाला सोना 46940 के कल के स्तर पर ट्रेड कर रहा था. इंटरनेशनल मार्केट में सोना 2.40 डॉलर की तेजी (+0.13%) के साथ 1,808.30 डॉलर प्रति आउंस के स्तर पर कारोबार कर रहा है. MCX पर इस समय मार्च डिलिवरी वाली चांदी 181 रुपए की तेजी के साथ 69522 रुपए प्रति किलोग्राम के स्तर पर ट्रेड कर रही थी. उसी तरह मई डिलिवरी वाली चांदी 169 रुपए की गिरावट के साथ 70790 रुपए प्रति किलोग्राम और जुलाई डिलिवरी वाली चांदी 182 रुपए की तेजी के साथ 72083 के स्तर पर ट्रेड कर रही थी. इंटरनेशनल मार्केट में चांदी इस समय 0.074 डॉलर की तेजी (+0.27%) के साथ 27.76 डॉलर प्रति आउंस के स्तर पर कारोबार कर रही थी. 1 आउंस में 28.34 ग्राम होता है।

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