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फसल बीमा और मुआवजा सहित विभिन्न मांगों को लेकर कांग्रेस नेता उमरावसिंह गुर्जर के नेतृत्व में सौंपा ज्ञापन, खराब सोयाबीन की फसल का आकलन करवाकर मुआवाज देने की मांग भी उठाई

neemuch headlines September 4, 2020, 3:57 pm Technology

नीमच। प्रदेश कांग्रेस सचिव एवं किसान नेता उमरावसिंह गुर्जर के नेतृत्व में शुक्रवार दोपहर को मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन नायब तहसीलदार प्रशस्ती सिंह को सौंपा गया। कांग्रेस पदाधिकारियों ने मुआवजे से लेकर किसान की हर समस्या का शीघ्र निदान करने की मांग की गई है। भाजपा सरकार द्वारा किसानों को फसल बीमा, मुआवजा संबंधी की राशि एवं वर्तमान में फसलें खराब होने पर उचित बीमा नहीं दिया जा रहा है। इससे किसानों की आर्थिक स्थिति कमजोर हो गई है। वैसे ही कोरोना काल में किसानों को आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड रहा है वहीं दूसरी और प्रदेश भाजपा सरकार द्वारा उन्हें प्राकृतिक की मार की अब तक कोई बडी राहत प्रदान नहीं की जा रही है।

किसान कभी ज्यादा बारिश से परेशान हो रहे है तो कभी कम बारिश के कारण फसलें खराब हो रही है। पिछले वर्ष अत्यधिक बारिश हुई थी, उसका भी मुआवजा अभी तक नहीं मिला है। कांग्रेस नेताओं और पदाधिकारियों ने चेतावनी दी है कि जल्द ही किसानों की मांगों का निराकरण नहीं किया गया तो आंदोलन किया जाएगा। इस मौके पर जिला महामंत्री ओम शर्मा, कार्यवाहक ब्लॉक अध्यक्ष मुकेश कालरा,विधानसभा युवा कांग्रेस अध्यक्ष हरगोविंद दीवान,जिला महिला कांग्रेस अध्यक्ष आशा सांभर,राजू शर्मा,सेक्टर अध्यक्ष अर्जुन चावड़ा सिरखेड़ा,इंदर सिंह चावड़ा सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे। ज्ञापन का वाचन युवा कांग्रेस अध्यक्ष हरगोविंद दीवान ने किया।

ये रखी कांग्रेसजनों ने ज्ञापन में मांगे—

— मध्यप्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश के कई वंचित किसानों को वर्ष 2018—19 का फसल बीमा की राशि का भुगतान नहीं किया गया है। इसे तत्काल किया जावे।

— मध्यप्रदेश सरकार द्वारा सभी किसानों को वर्ष 2019—20 के फसल बीमे की राशि का भुगतान वर्तमान तक नहीं किया गया है, जिससे किसान आर्थिक रूप से परेशान हो रहे है, जिसे तत्काल किया जावे।

— पूर्व में कमलनाथ सरकार द्वारा दीपावली 2019 में मुआवजा राशि जारी की गई थी, जो केवल 25 प्रतिशत ही प्राप्त् हुई है। शेष राशि वर्तमान सरकार द्वारा किसानों को अविलंब वितरित की जावे।

— वर्तमान में सोयाबीन की फसल में काफी नुकसान हो गया है। तथा कहीं कहीं तो अतिवृष्टि एवं कहीं—कहीं अल्प वर्षा होने से फसलें खराब हो गई है। सोयाबीन की फसल रोग ग्रस्त हो चुकी है। उनका शीघ्र आकलन करवाकर किसानों को मुआवजा दिया जावे।

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