नीमच। विश्व का सबसे बड़ा स्वयंसेवी व सामाजिक संस्था कहलाने वाले संगठन के विभाग के मुखिया जिन्हें हम सन्त भी कह सकते हैं क्योंकि अपना घर परिवार सब छोड़कर सिर्फ समाज के लिए कार्य करना किसी सन्त प्राणी के लिए ही संभव है ,इसलिए ही वो अजेय कहलाते है, नीमच जिले के रेडक्रॉस सोसायटी के होने वाले निर्वाचन में चाणक्य की भूमिका में है।
अजेय कहलाने वाले ये सन्त प्राणी अपने सबसे बड़े स्वयंसेवक सपनो के डॉक्टर को कलेक्टर से बोलकर निर्वाचन प्रकिया के पहले ही सचिव पद पर नियुक्त करवाकर अपनी ताकत दिखा ही चुके है। अजेय सन्त जी के इशारे पर ही नीमच जिले के रेडक्रॉस सोसायटी के आजीवन 2887 सदस्यों से मतदान का अधिकार छीनकर अपने स्वयंसेवक किसी रवि के इंद्र को बनाने के लिए 22 लोगो तक सीमित करने का षड्यन्त्र प्रशासन द्वारा किया गया था।
अपना घर परिवार सब छोड़कर झोला लेकर निकले इन अजेय सन्त को अब शाखा के अध्यक्ष ही असली स्वयंसेवक दिखते है, मंहगे मोबाइल व गाड़ियों की चमक में असली स्वयंसेवक की छबि धूमिल हो गई है।
कल रेडक्रॉस सोसायटी नीमच के निर्वाचन में विश्व के सबसे बड़े संगठन के विभाग के मुखिया अजेय के शुद्ध सोने से खरे योद्धा रवि का इंद्र व सपनो के डॉक्टर का शक्ति प्रदर्शन है जो सरकार के साथ साथ नए नए सेवक बन गए है। इन खास स्वयंसेवक के लिए अजेय सन्त नीमच में अपने कार्यालय पर रहकर पूरी फील्डिंग जमा कर गए हैं...विधायक व सब अजेय के सामने नतमस्तक व मोन है कि अगला टिकट नही कटवा दे कही खबर सूत्रों से