महिलाओं की आत्‍म-निर्भरता व सम्‍मान के लिए एक-दो दिन नहीं बल्कि वर्षभर प्रयास होना चाहिए- डॉ अर्चना पंचोली

Neemuch headlines March 9, 2025, 3:32 pm Technology

अंतर्राष्‍ट्रीय महिला दिवस पर साहित्यिक, सांस्‍कृतिक एवं सामाजिक संस्‍था कृति ने शहर की 45 से अधिक महिलाओं का उत्‍कृष्‍ट कार्यों के लिए सम्‍मान किया

नीमच। महिलाओं की आत्‍म-निर्भरता व सम्‍मान के लिए एक-दो दिन नहीं बल्कि वर्षभर प्रयास होना चाहिए। पहले की तुलना में समाज में अब महिलाओं की स्थिति बेहतर हुई है और महिलाओं ने हर क्षेत्र में बेहतर से बेहतर कार्य कर कीर्तिमान स्‍थापित किए हैं। यह बात पीएम एक्‍सीलेंस कॉलेज नीमच की प्रोफेसर डॉ अर्चना पंचोली ने कही। वे साहित्यिक, सांस्‍कृतिक व सामाजिक संस्‍था कृति द्वारा अंतर्राष्‍ट्रीय महिला दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्‍य अतिथि के रूप में बोल रही थी।

इस दौरान संस्‍था कृति ने उत्‍कृष्‍ट कार्यों के लिए शहर की 45 से अधिक महिलाओं का सम्‍मान किया और उनके कार्यों की सराहना की। शहर की अग्रणी साहित्यिक, सांस्‍कृतिक एवं सामाजिक संस्‍था कृति ने 8 मार्च को अंतर्राष्‍ट्रीय महिला दिवस के मौके पर रात करीब 8 बजे एलआईसी चौराहा स्थित भगवान श्री परशुराम मंदिर परिसर में महिला सम्‍मान समारोह कार्यक्रम का आयोजन किया।

इसमें अतिथि के रूप में प्रोफेसर डॉ अर्चना पंचोली, पूर्व प्राचार्य डॉ मीना हरित, ज्ञानोदय यूनिवर्सिटी नीमच की चांसलर डॉ माधुरी चौरसिया विशेष रूप से मौजूद रही। दीप प्रज्‍ज्‍वलन के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई। इसके बाद कृति अध्‍यक्ष इंजीनियर बाबूलाल गौड़ ने कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्‍तुत की और समाज में महिलाओं की स्थिति के संबंध में विस्‍तार से जानकारी दी और उत्‍कृष्‍ट कार्यों के लिए महिलाओं के प्रयासों की सराहना की। मुख्‍य अतिथि डॉ पंचोली ने कहा कि महिलाओं के लिए आज भी हमें कई दिवस मनाना पड़ते हैं लेकिन ऐसी जरूरत नहीं होना चाहिए। महिलाओं को समान अधिकार व सम्‍मान मिलना चाहिए। ज्ञानोदय यूनिवर्सिटी नीमच की चांसलर डॉ माधुरी चौरसिया ने कहा कि समाज में महिलाओं का सम्‍मान बढ़ा है और हर क्षेत्र में महिलाओं ने शिक्षा व साहस के दम पर कई कीर्तिमान स्‍थापित किए हैं। कार्यक्रम की अध्‍यक्षता कर रही पूर्व प्राचार्य डॉ मीना हरित ने कहा कि शिक्षा और साहस से पहले की तुलना में अब समाज में महिलाओं की स्थिति बेहतर हुई है।

आज के समय में देश-विदेश में महिलाओं ने अपने काम की वजह से अपनी अलग पहचान बनाई है। भविष्‍य में महिलाओं की स्थिति शिक्षा के दम पर और अधिक बेहतर होगी और स्‍वयं के साथ परिवार व मातृभूमि का नाम रोशन करेंगी। इसके उपरांत अतिथि डॉ अर्चना पंचोली, डॉ मीना हरित, डॉ माधुरी चौरसिया, उर्मिला गौड़, अध्‍यक्ष इंजीनियर बाबूलाल गौड़, सचिव महेंद्र त्रिवेदी सहित अन्‍य ने अंतर्राष्‍ट्रीय महिला दिवस के मौके पर संस्‍था कृति की ओर से विभिन्‍न क्षेत्रों में उत्‍कृष्‍ट कार्यों के लिए शहर की 45 से अधिक महिलाओं का सम्‍मान किया और उनके कार्यों की सराहना की। कार्यक्रम का संचालन सत्‍येंद्र सक्‍सेना ने किया। आभार कृति सचिव महेंद्र त्रिवेदी ने माना। इस दौरान किशोर जे‍वरिया, प्रकाश भट्ट, ओमप्रकाश चौधरी, नीरज पोरवाल, कमलेश जायसवाल, सत्‍येंद्र सिंह राठौड़, डॉ अक्षय राजपुरोहित, डॉ राजेंद्र जायसवाल, एडवोकेट कृष्‍णा शर्मा, अनिल चौरसिया, जिला पंचायत सदस्‍य तरूण बाहेती, डॉ सुरेंद्र सिंह शक्‍तावत, जगदीश शर्मा, रमेश मोरे, विद्या त्रिवेदी, रेणुका व्‍यास, पुष्‍पलता सक्‍सेना, मीना जायसवाल, छाया जायसवाल आदि विशेष रूप से मौजूद रहे। कार्यक्रम में सैकड़ों की संख्‍या में महिलाओं के साथ कई संस्‍थाओं व समितियों के पदाधिकारियों की सहभागिता भी रही।

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