नीमच। प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन (पी.एम.एफ.एम.ई.) योजना का लाभ लेकर अपना स्ंवय का मसाला ग्रेडि़ग एवं पैकिंग लघु उद्योग स्थापित कर , नीमच के ग्राम भोलियावास निवासी किसान श्री अजय धाकड़ एवं उनका परिवार आत्म निर्भर बन गया है। मसालों की पिसाई ,क्लीनिगं, ग्रेडिंग एवं पैकिग का लघु उद्योग स्थापित कर, अजय 70 से 80 हजार रूपये मासिक आमदनी प्राप्त कर रहे है। कृषक अजय धाकड़ निवासी भोलियावास ने पहले धनिया एवं मिर्च बाजार से और किसानो से सीधे खरीदकर बगैर प्रोसेसिंग के ही अपनी उपज को बेचते थे,
जिससे उन्हे काफी कम आय होती थी फिर उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों द्वारा उन्हे पी.एम.एफ.एम.ई. योजना के बारे बताया। पी.एम.एफ.एम.ई. योजना के तहत अजय धाकड़ ने मसाला पिसाई , क्लीनिंग मसाला फसलों की ग्रेडिंग का लघु प्लांट स्थापित किया।इस उद्योग स्थापना के लिए उसे 22.74 लाख के ऋण पर 35 प्रतिशत,7.95 लाख रूपये का अनुदान मिला। जिससे उसने ग्राम भोलियावास में अपना स्वयं का मसाला पिसाई का लघु उद्योग स्थपित कर, अजय प्रतिमाह 70 से 80 हजार रूपये का लाभ अर्जित कर रहे है। अजय अपने मसाला उद्योग में अन्य 5 युवाओं को रोजगार भी उपलब्ध करा रहे है। पी.एम.एफ.एम.ई. योजना का लाभ मिलने पर अजय ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी व मुख्यमंत्री डॉ.
मोहन यादव को किसान हितैषी योजनाएं चलाने पर, उनका आभार व्यक्त करते हुए, धन्यवाद दिया है। उल्लैखनीय है,कि नीमच जिले में धनियां फसल एक जिला एक उत्पाद योजना में शामिल है।जिले में धनिया फसल का 18 हजार 500 हेक्टेयर रकबा है। जिसमें औसत 27750 मेट्रिक टन धनिया हर साल उत्पादित होता है।