नीमच । जिले में स्वच्छता ही सेवा 2024 के तहत आयोजित स्वच्छता पखवाड़े का समापन 2 अक्टूबर को हुआ। इसके तहत जिले में सभी के समन्वित प्रयासों से स्वच्छता के प्रति अभूतपूर्व वातावरण का निर्माण हुआ है।
स्वच्छता की विभिन्न गतिविधियां जिले के नगरीय एवं ग्रामीण क्षैत्रों में सफलतापूर्वक आयोजित की गई है। जनसहभागिता से चलाये गये, इस स्वच्छता अभियान के बेहतर परिणाम आगामी स्वच्छता सर्वेक्षण में परिलक्षित होंगे।
स्वच्छता ही सेवा 2024 पखवाड़े के तहत कलेक्टर हिमांशु चन्द्रा के मार्गदर्शन में जिले में अनेक गतिविधियां आयोजित की गई। इन स्वच्छता गतिविधियों में स्थानीय जनप्रतिनिधियों, स्वयंसेवी संस्थाओं और आम नागरिकों ने भी अपनी सहभागिता दी है। स्वच्छता के प्रति जन जागरूकता के लिए प्रशासन द्वारा नवाचार भी किए गए हैं। इसके बेहतर परिणाम आगामी दिनों में जिले में देखने को मिलेंगे।
सफाई मित्रों का स्वास्थ्य परीक्षण एवं उपचार :–
स्वच्छता पखवाड़े के तहत जिले में स्वच्छता के कार्य में अपना महत्वपूर्ण योगदान देने वाले जिले के 314 से अधिक सफाई मित्रों का नि:शुल्क स्वास्थ्य परीक्षण एवं उपचार किया गया। जिले की शासकीय स्वास्थ्य संस्था रामपुरा, कुकड़ेश्वर, सिंगोली, रतनगढ़, मनासा, जावद, जीरन, पालसोड़ाएवं ग्रामीण क्षैत्रों में संचालित अन्य स्वास्थ्य केंद्रों पर सफाई मित्रों के लिए स्वास्थ्य परीक्षण शिविर आयोजित किए गए। इन शिविरों में 314 से अधिक सफाई मित्रों का स्वास्थ्य परीक्षण एवं नि:शुल्क उपचार किया गया। शिविरों में ब्लड ग्रुप जांच, ब्लड जांच, बी.पी., शुगर की नि:शुल्क जांच की गई।
सफाई मित्रों को ग्लब्स, मास्क, जुते एवं अन्य सुरक्षा उपकरण भी प्रदान किए गए।
धार्मिक पर्यटन स्थलों को स्वच्छ एवं सुन्दर बनाने का अभिनव प्रयास –
स्वच्छता ही सेवा 2024 के तहत जिले के धार्मिक पर्यटन स्थलों पर कलेक्टर हिमांशु चन्द्रा के मार्गदर्शन में स्वच्छता के लिए श्रमदान किया गया। जनसहभागिता से ग्राम चीताखेड़ा के आंवरीमाता मंदिर, सावन में बीसभुजा मातामंदिर, डुगलावदा के सावरकुंड मंदिर, बोरखेड़ीपानेड़ी के नीलकण्ठ महादेव मंदिर, ग्राम खोर के नवतोरण मंदिर, बरुखेड़ाके प्राचीन महादेव मंदिर, सुखानंद महादेव मंदिर, ग्राम आलोरी के जराड़ महादेव मंदिर, ग्राम अथवा के सुलाबाबजी मंदिर, ग्राम दड़ोली में अम्बामाता मंदिर, ग्राम मोड़ी माताजी मंदिर, चौकड़ी के झरनेश्वर महादेव मंदिर, ग्राम बारबडि़या के केदारेश्वर महादेव मंदिर, ग्राम धाकड़खेड़ी में वराह मंदिर, ग्राम अल्हेड़ में आईजी माता मंदिर एवं ग्राम आमद में महादेव मंदिर परिसर पर स्वच्छता के लिए श्रमदान कर साफ-सफाई करवाई गई है। इससे इन महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों की स्वच्छता व सुन्दरता में वृद्धि हुई है।
सिंगल यूज्ड प्लास्टिक संग्रहण एवं उन्मूलन –
स्वच्छता ही सेवा अभियान के तहत जिले की सभी 243 ग्राम पंचायतों में घर-घर से सिंगल यूज्ड प्लास्टिक, पोलिथिन एवं प्लास्टिक का कचरा संग्रहित कर समीप की नगरीय निकाय के एम.आर.एफ. सेंटर पर उक्त एकत्रित प्लास्टिक कचरा निपटान के लिए जमा करवाया गया है।
अंकुर उपवनों की साफ-सफाई –
स्वच्छता ही सेवा अभियान के तहत जिले की सभी ग्राम पंचायतों में अंकुर उपवनों में रौंपे गए 50 हजार से अधिक पौधों की निंदाई-गुड़ाई, साफ-सफाईएवं सुरक्षा की व्यवस्था की गई। गाजर, घास और झाडि़यां हटाकरसाफ-सफाई की गई और गैप फिलिंग के तहत पौधे भी लगाए गए। जिले की 239 ग्राम पंचायतों में अंकुर उपवन एवं 14 स्थानों पर सामुदायिक पोषण वाटिका पर स्वच्छता कार्य किए गए। जिले में 251 स्वच्छता केंद्रित ईकाईयां (सी.टी.यू.) – इस अभियान के तहत जिले की सभी ग्राम पंचायतों में एक-एक ब्लेक स्पॉट चिन्हित कर स्वच्छता केंद्रित ईकाईयों पर स्वच्छता गतिविधियां कर गांवों को साफ-सुथरा बनाने के साथ ही ग्रामीणों को जागरूक किया गया। ग्रामीण क्षेत्रों में 709 स्वच्छता कार्यक्रम आयोजित कर स्वच्छता के लिए श्रमदान किया गया। जिले में 300 से अधिक सामुदायिक स्वच्छता परिसरों की साफ-सफाई भी की गई। उल्लैखनीय है, कि देश और प्रदेश के साथ ही 17 सितम्बर से 2 अक्टूबर तक स्वभाव स्वच्छता, संस्कार स्वच्छता की थीम पर जिले में भी स्वच्छता गतिविधियों का आयोजन किया गया।
जिले की सभी ग्राम पंचायतों में 2 अक्टूबर को ग्राम सभाओं का आयोजन कर राष्ट्रीय स्वच्छता दिवस मनाया गया। सभी ग्राम पंचायतों में ग्राम सभा के पहले स्वच्छता के लिए श्रमदान कार्यक्रम आयोजित किए गए और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के मुख्य आतिथ्य एवं प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की उपस्थिति में आयोजित राष्ट्रीय स्वच्छता दिवस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण भी किया गया, जिसे उपस्थित जनप्रतिनिधियों, अधिकारी-कर्मचारियों एवं बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने देखा और सुना।