नीमच । नीमच क्षेत्र के वनांचल के ग्राम चेनपुरा डेम में ग्रामीणों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए मनरेगा योजना के तहत तत्काल रोजगारमूलक कार्य प्रारंभ करवाएं। साथ ही स्वसहायता समूह के माध्यम से मुर्गी पालन, बकरी पालन के प्रकरण तैयार कर, ग्रामीणों को ऋण एवं अनुदान सहायता प्रदान की जाए। इसके लिए प्रस्ताव तैयार कर, प्रस्तुत करें।
यह निर्देश कलेक्टर हिमांशु चंद्रा ने शुक्रवार को नीमच जनपद क्षेत्र के ग्राम चेनपुरा डेम की ग्राम चौपाल पर ग्रामीणों की समस्याओं से रूबरू होते हुए जिला पंचायत के अतिरिक्त सीईओ, जनपद सीईओ एवं अन्य अधिकारियों को दिए। इस मौके पर एसडीएम डॉ. ममता खेडे, अतिरिक्त सीईओ श्री अरविंद डामोर, जनपद सीईओ राजेन्द्र पालनपुरे एवं अन्य अधिकारी, सरपंच रमेश भील एवं ग्रामीणजन उपस्थित थे। कलेक्टर ने ग्रामीणों से चर्चा कर, गांव में स्व सहायता समूह गठन, समूहों को प्राप्त राशि एवं संचालित आर्थिक गतिविधियों की जानकारी ली।
ग्रामीणों ने गांव में रोजगारमूलक कार्य प्रारंभ करवाने का आगृह किया तथा बकरीपालन, मुर्गीपालनएवं पशुपालन के लिए ऋण दिलाने का भी अनुरोध किया। उन्होंने जिला पंचायत के अतिरिक्त सीईओ को निर्देश दिए कि वे गांव में जॉब कार्डधारियों व्दारा रोजगार की मांग करने के बावजूद रोजगारमूलक कार्य प्रारंभ नहीं करवाने पर पंचायत सचिव एवं रोजगार सहायक का वेतन भुगतान रोके। ग्रामीणों से चर्चा में कलेक्टर ने गांव में खाद्यान्न वितरण, स्कूल में दर्ज बच्चों की संख्या, उपस्थिति, शिक्षकों की उपस्थिति, आंगनवाडी का संचालनएवं मध्यान्ह भोजन वितरण की भी जानकारी ली। उन्होने कक्षा 3री की एक छात्रा से पहाड़े, पूछ कर, शिक्षा की गुणवत्ता को भी परखा। छात्रा ने चौपाल पर पहाड़ा सुनाया जिसकी सभी ने सराहना की।
कलेक्टर ने किसान गुणवंत से फलोद्यान के बारे में जानकारी ली और संतरे के पौधे लगाने के बारे में बताया। उन्होने ग्रामीणों से कहा, कि ग्रामीण संतरे या अन्य प्रजाति के पौधे अपने खेतों में लगाएंगे, तो उन्हें पौधों की राशि एवं प्रति वर्ष 100 दिवस की कृषि कार्य की मजदूरी भी शासन भुगतान करेगा। ग्रामीणों ने गांव में मोबाईल नेटवर्क की समस्या के समाधान के लिए टॉवर स्थापित करने, माध्यमिक विद्यालय को हाय स्कूल में उन्नयन करनेएवं गांव में स्थित मदिरा दुकान को अन्यत्र स्थानांतरित करने तथा बांदरखोरा डेम निर्माण की मांग भी की। जगदीश मालवीय