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किसान आंदोलन फिर हुआ हिंसक, पुलिस कार्रवाई में 1 युवक की मौत, 2 दर्जन घायल

Neemuch headlines February 21, 2024, 7:18 pm Technology

किसानों की दिल्ली कूच की प्लानिंग के बीच बेरिकेडिंग हटाने के लिए जोर-जबर्दस्ती के दौरान किसानों की पुलिस से झड़प। पुलिस ने आंसू गैस के गोलों के साथ रबर की गोलियां भी चलाई। पुलिस कार्रवाई में 1 युवक के मरने की खबर, जबकि करीब 2 दर्जन अन्य घायल हुए हैं। कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने भी युवक की मौत की पुष्टि की है। बताया जा रहा है कि बेरिकेडिंग हटाने के दौरान किसानों और पुलिस के बीच झड़प हो गई। इस झड़प के दौरान शुभकरण सिंह नामक एक युवक के मारे जाने की खबर है।

एक किसान नेता ने दावा किया कि खनौरी बॉर्डर पर भटिंडा जिले के 21 वर्षीय शुभकरण की मौत पुलिस की गोली लगने से हुई है। 4 जख्मी हालत में दिखाई दे रहे किसान नेता ने मीडिया से चर्चा करते हुए बताया कि किसानों के साथ दुश्मनों जैसा व्यवहार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सिर में गोली लगने से युवक की मौत हुई है। उसके सिर में बड़ा जख्म हुआ है। हरियाणा पुलिस का आरोप: दूसरी ओर, हरियाणा पुलिस का कहना है कि खनौरी सीमा पर प्रदर्शनकारियों ने पुलिसकर्मियों को चारों तरफ से घेर लिया मिर्च पाउडर फेंका और पराली जलाई साथ लाठी-डंडों से हमला किया। पुलिसकर्मियों पर पथराव भी किया। इस हमले में 12 पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हुए हैं।

हम प्रदर्शनकारियों से शांति बनाए रखने की अपील करते हैं। क्या कहा सुरजेवाला ने कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि मोदी सरकार के लाए तीन काले कृषि कानूनों ने पहले ही 700 से अधिक किसानों की शहादत ले ली है। अब, किसान नेताओं के मुताबिक़ खनोरी बॉर्डर पर एक 23 साल के युवा किसान की सिर में गोली लगने से मौत और ज़्यादा हृदयविदारक है। मोदी सरकार के लाए तीन काले कृषि कानूनों ने पहले ही 700 से अधिक किसानों की शहादत ले ली है.... अब, किसान नेताओं के मुताबिक़ खनोरी बॉर्डर पर एक 23 साल के युवा किसान की सिर में गोली लग मौत और ज़्यादा हृदयविदारक है। पहले पैलेट गन व अश्रू गैस के गोले और अब ये शहादत, आख़िर कब तक धरती... और अधिक दिखाएं पहले पैलेट गन व अश्रु गैस के गोले और अब ये शहादत, आख़िर कब तक धरती मां का क़र्ज़ उतारते, फ़र्ज़ निभाते किसानों के बेटों के लहू से भाजपा सरकार धरती लाल करती रहेगी? आखिर कब तक हमारे गांव-किसान और खेत-खलिहान को भाजपा युद्ध का मैदान मानती रहेगी? और कितने किसान परिवारों से जान लेगी? क्रूरता की हदें पार : -उन्होंने लिखा- MSP गारंटी कानून व किसान कर्ज माफ़ी पर अपने ही वादे से मुकरी भाजपा, अपना हक मांगते किसानों पर किसी दुश्मन हमलावर की तरह गोलेबारी की बौछार कर रही है!

भाजपा सरकार को उसका वादा याद दिलाने दिल्ली आ रहे किसानों की राह में.. 'कीलबंदी' से लेकर लाठियों और लगातार गोलेबारी की मार तक, क्रूरता की सारी हदें पार कर दी हैं! हर बार न्याय मांगते हम किसानों से बस धोखा, बेहिसाब जोर-जुल्म और ये जानलेवा अत्याचार ही क्या 'मोदी की गारंटी' है? मगर अहंकारी तानाशाह ये जान ले कि हम धरतीपुत्र उसके सारे छल, बल और क्रूर तंत्र से डटकर लड़ेंगे और अपना हक लेकर ही रहेंगे।

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