नीमच। नीमच में 4 फरवरी का दिन काला दिन के रूप में हमेशा याद रहेगा, क्योंकि नीमच जिले की इतिहास में कभी इस तरह की घटना नहीं हुई जहां क्षेत्र के सबसे बड़े समाजसेवी अशोक अरोरा गंगानगर के ऊपर हमलावरों ने अंधाधुंध फायरिंग कर दी।
परन्तु महामाया भादवामाता की असीम कृपा के चलते अशोक अरोरा बाल- बाल बच गए। इस मामले में जब पुलिस ने गंभीरता से जांच पड़ताल की तो तस्कर बाबू सिंधी का हाथ होने की बात सामने आई और पुलिस अधीक्षक अमित तोलानी के निर्देशन पर पुलिस की 8 बड़ी टीमों ने विभिन्न क्षेत्रों में सर्चिंग पर लग गयी, जिसमें आरोपी जयकुमार सबनानी उर्फ बाबू सिंधी को गिरफ्तार कर लिया गया।
वही इस मामले से जुड़े लगभग आधा दर्जन से अधिक लोगों से पूछताछ अभी भी जारी है। इस बीच बाबू सिंधी को न्यायालय में पेश किया गया जहां पुलिस को उसकी रिमांड अवधि 12 फरवरी तक मिली। वही आज नीमच में आईजी संतोष कुमार सिंह का दौरा भी हुआ एवं अपराधियों के खिलाफ पुलिस के कठोर कदम को लेकर उन्होंने पत्रकारों से दो टुक यह कहा कि नीमच जिले में इस प्रकार आरोपियों को बढ़ावा नहीं दिया जायेगा।
जितने भी आरोपी होंगे उन्हें नेस्तानाबूत किया जाएगा। पुलिस गोलीकांड के इस घटनाक्रम को बड़ी ही बारीकी से और गंभीरता से देख रही है इसमें कुछ और लोगों के नाम भी खुलकर सामने आ रहे है। सभी को आरोपी बनाया जायेगा।