जयपुर। पूर्ववर्ती गहलोत सरकार के कार्यकाल में हुए पेपर लीक को लेकर एसआईटी का गठन करने वाली राजस्थान की भजन लाल सरकार खुद पेपर लीक मामले में घिरती नजर आ रही है। गत रविवार को आयोजित हुई सहायक प्रोफेसर की परीक्षा का सामान्य ज्ञान का पेपर लीक होने की खबरें सामने आ रही हैं। बताया जा रहा है कि इस सूचना के सामने आने के बाद पुलिस ने कई जगह दबिश भी दी। इस सूचना के सामने आने के बाद राजस्थान में भाजपा की नई सरकार सवालों के घेरे में आ गई है। एक्स पर भी लोगों ने सरकार की जमकर खबर ली है। 'पेपर लीक भजन सरकार वीक' एक्स पर जमकर ट्रेंड हो रहा है। इस बीच, यह भी दावा किया जा रहा है कि सहायक प्राध्यापक, लाइब्रेरियन, पीटीआई परीक्षा में एक ही पुस्तक से कई प्रश्न पूछे गए हैं। अंकुश गोचेर नामक व्यक्ति ने एक्स पर लिखा- एसआईटी बनाकर पुरानी परीक्षाओं के अपराधियों को पकड़ना आसान है मगर आगामी परीक्षाओं को को बचाने के लिए पूरा सिस्टम बदलना जरूरी था जो नहीं किया गया। मुख्यमंत्री जी से निवेदन है कि आगामी भर्ती परीक्षाओं को फिलहाल स्थगित कर सिस्टम में सुधार करें फिर पेपर लीक रहित भर्ती करके न्याय करके। एक अन्य ट्विटर हँडल से लिखा गया- ऐसा लगता है राजस्थान पर मोदी सरकार का फैसला गलत साबित होगा। पेपर लीक पर भजन सरकार की बोलती बंद है, किरोड़ी लाल जी ने तो मुंह पर उंगली जमा रखी है। भूप्रेमी राजेश ने लिखा- सिर्फ सरकार बदलती है बेरोजगारों, किसानों, गरीबों, वंचितों, दलितों, महिलाओं के हालात नहीं। कब आयेंगे इन लोगों के लिए अच्छे 11 साल में 26 मामले उल्लेखनीय है कि राज्य में 2011 से 2022 के बीच पेपर लीक के लगभग 26 मामले दर्ज किए गए। 14 मामले तो 18 से 2022 के बीच के हैं। एक जानकारी के मुताबिक राजस्थान में 2019 के बाद से हर साल औसतन 3 पेपर लीक हुए हैं।