भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि 10 तारीख आ रहा है और पूर्वानुसार इस बार भी लाड़ली बहना योजना अंतर्गत लाड़ली बहनों के खाते में राशि डाली जाएगी। उन्होने कहा कि सारी योजनाएं जारी रहेंगी और बीजेपी सरकार महिला सशक्तिकरण की दिशा में काम करने के लिए प्रतिबद्ध है।
वही उन्होने 22 तारीख को अयोध्या में श्रीराम मंदिर के उद्घाटन को लेकर कहा कि इस दिन वे ओरछा के रामराजा मंदिर में पूजा अर्चना करेंगे। उन्होने कहा कि श्रीराम के मंदिर में स्थापित होने के साथ ही रामराज का प्रारंभ भी हो रहा है। लाड़ली बहना योजना को लेकर कही ये बात शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश के विकास और जनकल्याण के कामों में हम हरसंभव सहयोग करेंगे। मुझे खुशी है कि योजनाएं जारी रहेगी और 10 तारीख को फिर लाड़ली बहना के खाते में पैसा आएगा। और हमारा संकल्प ये भी है कि लाड़ली बहनों को लखपति बहना बनाना है..ये केवल कहने के लिए मैंने नहीं कहा था। उसके लिए मैं भी निरंतर काम करूंगा। और मुख्यमंत्री जी भी उस दिशा में, सरकार भी उस दिशा में प्रयत्न करेंगी। प्रधानमंत्री जी ने भी चार जातियां कही है उनमें गरीब किसान महिला युवा शामिल है।
तो महिला सशक्तिकरण मेरे भी जीवन का मिशन है और हमारी सरकार का भी मिशन है। उन्होन कहा कि 22 जनवरी आ रही है। वैसे तो हर समय ये देश राममय रहा है और। राम हमारे अस्तित्व है आराध्य है। राम हमारे प्राण है हमारे भगवान हैं और राम भारत की पहचान है। राम हमारे रोम रोम में रमे हैं। राम हमारी सांस में बसे हैं। उनके बिना ये देश नहीं जाना जा सकता। 22 जनवरी को प्रधानमंत्री जी की उपस्थिति में रामलला दिव्य और भव्य मंदिर में विराजेंगे। ये दिन देश के लिए एक भावुक पल होगा और ऐसे में हम सबकी इच्छा है कि हम सब अयोध्या जाएं और उन पलों के साक्षी बनें। लेकिन प्रधानमंत्री जी ने अपील की है कि उस दिन हम अयोध्या न जाएं..भारी भीड़ होगी और वैसे में व्यवस्था बनी रहे इसलिए दर्शन बाद में करने जाएं। मैंने तय किया है कि 22 जनवरी को मैं ओरछा में रामराजा के मंदिर में रामधुन गाऊंगा। भगवान राम की पूजा अर्चना करूंगा और वहीं से उस पल का साक्षी बनूंगा जब भगवान राम भव्य और दिव्य मंदिर में विराजेंगे। शाम को फिर दीपोत्सव का कार्यक्रम मनाया जाएगा। निमंत्रण हमने भी दिए हैं। हम सौभाग्यशाली हैं कि अपनी आंखों के सामने अब रामलला मंदिर में विराजने वाले हैं।
हम राममय हो जाएं और भगवान श्रीराम के मंदिर में विराजित होने के साथ साथ रामराज का प्रारंभ भी हो गया है। हम उत्साह से इस दिन भारत के विश्वगुरु बनने की कामना भी करें।