नीमच। कलेक्टर दिनेश जैन ने शुक्रवार को कलेक्टोरेट सभाकक्ष नीमच में महिला एवं बाल विकास के अधिकारियो, पर्यवेक्षकों की बैठक में महिला एवं बाल कल्याण की योजनाओं की विस्तार से समीक्षा की।
बैठक में जिला पंचायत सीईओ गुरूप्रसाद, जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी संजय भारव्दाज, सहायक संचालक ताराचंद मेहरा, सभी परियोजना अधिकारी एवं पर्यवेक्षक उपस्थित थे। बैठक में सेम एवं मेम श्रेणी के बच्चों की सेक्टरवार समीक्षा करते हुए कलेक्टर दिनेश जैन ने निर्देश दिए कि सेम एवं मेम श्रेणी के चिन्हित सभी बच्चों का आंगनवाडी कार्यकर्ताओं के माध्यम से निरंतर फालो अप किया जाए। कुपोषित सभी बच्चों को एनआरसी में भर्ती करवा कर उनके स्वास्थ्य में सुधार लाये। कलेक्टर ने कहा कि एनआरसी में सभी सीटो पर बच्चों को भर्ती करवाया जाये। कोई भी सीट खाली ना रहे। कलेक्टर ने झांतला, सेक्टर की सभी आंगनवाडी केंद्रों में दर्ज सेम एवं मेम श्रेणी के सभी बच्चों का पुन: वजन लेकर, उंचाई लेकर उनकी स्वास्थ्य जांच करवाने के निर्देश सेक्टर सुपरवाईजर को दिए।
उन्होनें जावद, अठाना एवं डीकेन एवं अन्य सेक्टरों में जहां पांच से ज्यादा सेम श्रेणी के बच्चें है, वहां पर विशेष ध्यान देने और निरंतर फलोअप करवाने के निर्देश भी दिए। कलेक्टर श्री जैन ने जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी को निर्देश दिए कि वे सभी सेम एवं मेम श्रेणी के बच्चों के अभिभावकों को सरजना पाउडर एवं सब्जी, बीज कीट उपलब्ध करवाये। उनके घरों में पोषण वाटिका तैयार करवाये। बैठक में कलेक्टर ने मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना, लाडली बहना सेना के गठन एवं प्रशिक्षण, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना की प्रगति की भी समीक्षा की। कलेक्टर ने पोषण पुर्नवास कार्यक्रम की समीक्षा दौरान 10 प्रतिशत से कम प्रगति पाये जाने पर सिंगोली, ताल एवं झांतला की सुपरवाईजर को कारण बताओं नोटिस जारी करने के निर्देश भी दिए।