जीरन। जीरन पुलिस ने दो अलग-अलग मामलों में मात्र 48 घंटे में सफलता प्राप्त करते हुए नाबालिक को दस्तयाब किया एवं बलात्कार के मामले में आरोपियों को गिरफ्तार किया।
घटना दिनांक 28.04.2022 को फरियादी ललीत माली निवासी चीताखेडा ने रिपोर्ट दर्ज करवाई कि उसकी नाबालिक लड़की को अज्ञात व्यक्ति बहला फुसलाकर ले गया है। जिस पर से थाना जीरन पर अप.क्र-145 / 2022 धारा-363 मादवि का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
आपरेशन मुस्कान के तहत पुलिस अधीक्षक सूरज वर्मा अति पुलिस अधीक्षक एस एस कनेश और नगर पुलिस अधीक्षक राकेश मोहन शुक्ल के निर्देशानुसार थाना प्रभारी निरी योगेन्द्रसिंह सिसोदिया के मार्गदर्शन में पीडीता नाबालिग होकर पुलिस द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए अलग-अलग टीमों को अपहर्ता एवं आरोपी की तलाश करने हेतु गठित की गई। तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर अपहर्ता एवं आरोपी की तलाश में मात्र 48 घण्टे के भीतर ही दिनांक 30.03. 2022 को दस्तयाब करने में सफलता प्राप्त की जाकर बालिका को परिवारजनों को सुपूर्दगी में दिया गया।
पीडीता के कथनों के आधार पर आरोपीयों के विरूद्ध धारा-366,376 भादवि एवं 5/6 पास्को एक्ट का ईजाफा किया गया। पीडीता ने बताया कि आरोपी मोहन उर्फ छोट पिता रतनलाल बंजारा उम्र 21 साल नि.चोकडी थाना-धमोतर जिला प्रतापगढ़ राज, एवं सुनील उर्फ भुरालाल पिता भंवरलाल बंजारा 29 साल नि. चीताखेडा थाना-जीरन को गिर किया गया तथा प्रकरण में प्रयोग की गई मारूति वेन क्र-आरजे 09 युए 8385 को जप्त किया गया।
गिरफ्तार आरोपी :-
01 मोहन उर्फ छोटु पिता रतनलाल बंजारा उम्र 21 साल नि. चीकडी थाना-धमांतर जिला प्रतापगढ़ राज,
02 सुनील उर्फ भुरालाल पिता भंवरलाल बंजारा 29 साल नि.चीताखेडा थाना-जीरन
वही दूसरी घटना में दिनांक-28.04.2022 को कमलेश पिता रामचन्द्र जटिया उम्र 36 साल नि चीताखेडा ने रिपोर्ट की कि उसकी पत्नि घर से बिना बताये कही चली गई हैं जिस पर से गुम इंसान क्र-19/22 का दर्ज किया जाकर जांच प्रारंभ की गई। गुमशुदा को मात्र 48 घण्टे में ही आज दिनांक को दस्तयाब कर उसके परिवारजनों के सुपूर्दगी में दिया गया।
सराहनीय भूमिका:-
उक्त कार्यवाही में थाना प्रभारी जीरन निरीक्षक योगेन्द्रसिंह सिसोदिया, उनि शिशुपालसिंह गौर, उनि पुष्पासिंह राठौड, सउनि सुरेशचन्द्र सोनी, प्रआर 302 जगदीश प्रआर प्रदीप शिंदे (सायबरसेल नीमच), आर.कुलदीपसिंह (सायबरसेल नीमच). आर. श्रीपालसिंह चन्द्रावत, आर.अजीज खान, आर. दिलीप चन्द्रवंशी, म.आर दूर्गा शर्मा व म.आर मनीषा सेनी का सराहनीय योगदान रहा ।