मध्यप्रदेश में कई वर्षो से रह रहे 19 पाकिस्तानी शरणार्थियों को मिली भारत की नागरिकता, गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा बोले-यह गौरव का क्षण

NEEMUCH HEADLINES March 3, 2022, 7:52 am Technology

भोपाल। मध्य प्रदेश में लंबे समय से रह रहे 19 पाकिस्तानी शरणार्थियों भारत की नागरिकता मिल गई है. गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने 19 हिंदू सिंधियों को भारत की नागरिकता के दस्तावेज सौंपे.

ये सभी पाकिस्तानी अल्पसंख्यक थे जो पिछले तीन दशकों से नागरिकता प्राप्त करने का प्रयास कर रहे थे. जब उन्हें नागरिकता का प्रमाण पत्र मिला उनके चिहरे खिल उठे.

यह गौरव का पलः नरोत्तम मिश्रा :-

गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने सिन्धु भवन में 19 पाकिस्तानी शरणार्थियों को भारतीय नागरिकता के प्रमाण पत्र सौंपते हुए कहा कि नागरिकता का मिलना सभी के लिये गौरव का पल है. देश के सक्षम नेतृत्व के कारण पाकिस्तानी प्रताड़ना से पीड़ित और शोषित शरणार्थियों को भारतीय नागरिकता प्रदान किया जाना संभव हो सका है.

गृहमंत्री ने सभी नागरिकों को बधाई और शुभकामनाएँ दी. उन्होंने कहा कि सिन्धी समाज ने व्यवसाय को एक अलग ही दिशा प्रदान की है. सिन्धी समाज के संस्कार और सहकार की भावना सभी के लिये प्रेरणादायी है. उनमें परस्पर मदद की भावना कूट-कूट कर भरी होती है. सभी सहयोग के लिये न केवल सदैव तत्पर रहते हैं, अपितु हरसंभव सहयोग भी करते हैं. ये सभी शरणार्थी पाकिस्तान से आए थे. जहां भारतीय नागरिकता प्राप्त होने पर सभी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह जिंदाबाद के नारे लगाये. उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा का भी आभार व्यक्त किया.

30 साल बाद मिली नागरिकता :-

भारतीय नागरिकता के लिए सालों से दोयम दर्जे की जिंदगी जी रहे इन लोगों के हाथों में जैसे ही भारत की नागरिकता मिलने के दस्तावेज आए, तो किसी के चेहरे पर मुस्कान आ गई. पाकिस्तान में सालों से भय और हिंसा के बीच जी रहे थे. अब विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र में शांति के साथ अपना जीवन यापन कर सकेंगे और अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा के साथ अच्छे संस्कार भी दे सकेंगे. सब लोगों के चेहरे पर इस बात की खुशी साफ देखी जा सकती थी कि वे अब अपनी संस्कृति और भाषा को बचाने में कामयाब हो गए हैं.

दिल से हिंदुस्तानी थे :-

नागरिकता मिलने के बाद सभी ने कहा कि वह दिल तो हिन्दुस्तानी था ही आज नागरिकता मिल गयी तो कई समस्याएं खत्म होने के साथ अब सुविधाएं और वोट करने का अधिकारी मिलेगा. क्योंकि उन्हें 30 साल बाद भारत की नागरिकता मिली है.

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