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शहादत को सलामः सतना में शहीद कर्णवीर सिंह का सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार; शिवराज ने किया एक करोड़ रुपये देने का एलान

Neemuch Headlines October 22, 2021, 7:03 pm Technology

सतना के शहीद कर्णवीर सिंह का सैन्य सम्मान के साथ शुक्रवार को अंतिम संस्कार किया गया। उनके बड़े भाई शक्ति प्रताप सिंह ने मुखाग्नि दी। इससे पहले शुक्रवार सुबह कर्णवीर का पार्थिव शरीर सतना के दलदल गांव पहुंचा।

कर्णवीर की अंतिम यात्रा में हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ पूर्व मंत्री राजेंद्र शुक्ल एवं अन्य नेताओं ने भी दलदल गांव पहुंचकर शहीद के अंतिम दर्शन किए। इस दौरान शिवराज ने कर्णवीर के भाई को सरकारी नौकरी और परिवार को एक करोड़ रुपये की सम्मान निधि देने की घोषणा की। दरअसल, कर्णवीर कश्मीर के शोपियां में टारगेट किलिंग की साजिश रच रहे आतंकियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हुए थे। उनका पार्थिव शरीर गुरुवार रात को कश्मीर से प्रयागराज आया और फिर शुक्रवार को उनके गांव दलदल पहुंचा। सेना के वाहन में जब शहीद का पार्थिव शरीर गांव पहुंचा तो अंतिम दर्शनों के लिए भीड़ उमड़ पड़ी। लोगों ने सड़क के दोनों ओर खड़े होकर शहीद के सम्मान में जयकारे लगाए।

शिवराज बोले- सतना की, मध्यप्रदेश की भूमि धन्य हुई:-

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने शहीद कर्णवीर सिंह को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि कर्णवीर की वजह से न केवल सतना, बल्कि पूरे मध्यप्रदेश की धरती धन्य हुई है। मां भारती के इस लाल ने देश को अपना सर्वस्व समर्पित कर दिया। उन्होंने भाई शक्ति सिंह को सरकारी नौकरी देने के साथ ही परिवार को एक करोड़ रुपए की सम्मान निधि देने की घोषणा भी की। साथ ही दलदल में कर्णवीर के नाम से स्मारक बनाया जाएगा। साथ ही एक संस्था का नाम भी शहीद के नाम पर रखा जाएगा।

रिटायर्ड फौजी के छोटे बेटे थे कर्णवीर:-

कर्णवीर का परिवार सेना से ताल्लुक रखता है। उनके पिता रवि कुमार सिंह खुद एक रिटायर्ड फौजी हैं। सिंह के दो बेटे हैं- शक्ति सिंह और कर्णवीर। कर्णवीर छोटे हैं। वे 21 राजपूत रेजिमेंट के जवान थे। बुधवार को हुई मुठभेड़ में दो आतंकियों को मारने के बाद गोलीबारी में घायल हो गए थे। उनके सिर और सीने में आतंकियों की गोली लगी थी। 23 वर्षीय कर्णवीर 2017 में सूबेदार पद पर सेना में भर्ती हुए थे। वे अविवाहित थे। दो महीने पहले ही वे सतना आए थे।

पिता को गर्व है बेटे की शहादत पर:-

मेजर रविकुमार का कहना है कि मेरा बेटा देश के लिए शहीद हुआ है। उसने मेरा सीना चौड़ा कर दिया है। आखिरी बार जब बात हुई थी तब कर्णवीर ने कहा था कि अगली बार 10 -12 दिन की छुट्टी लेकर आउंगा तब आपको दिल्ली हॉस्पिटल में दिखाने ले चलूंगा।

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