अशोक गहलोत ने बालिका दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में अपने संबोधन में हार्ट ब्लॉकेज के बाद आए जीवन में बदलाव के बारे में बताते हुए कहा कि चिकित्सकों की सलाह पर उन्होंने कुछ बदलाव शुरू किए हैं. लंबे वक्त के बाद उन्होंने कल रात मदर इंडिया फिल्म देखी. चिकित्सकों ने दी सलाह चिकित्सकों ने उन्हें कहा कि आपके हार्ट की सर्जरी हुई है.
आपको थोड़ा बदलाव करना चाहिए, अच्छी फिल्में देखनी चाहिए, अच्छी सीरीज देखनी चाहिए, सीएम ने कहा कि मैने लंबे समय के बाद मदर इंडिया फिल्म देखी है. करीब 20-25 साल बाद मैंने फिल्म देखी है. आप सब को भी फिल्म देखनी चाहिए. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने क्या कहा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बाल आयोग ( के नारे नन्हें हाथ कलम के साथ फिल्म से जोड़ते हुए कहा की फिल्म में दिखाया गया है कि शिक्षा के अभाव में फिल्म में सुनील दत्त का किरदार बिरजू साहूकार का हिसाब नहीं पढ़ पाता और मूल चुकाने के बावजूद ब्याज चुकाता रहता है. इसलिए फिल्म जो शिक्षा देती है उससे सीखने की जरूरत है. जरूरत शिक्षा का महत्व समझने की है.
हमें संकल्प लेना है कि प्रदेश में एक भी बालिका बालक शिक्षा से वंचित नहीं रहे. बाल आयोग की इस मुहिम को भरपूर समर्थन मिल रहा है.