जयपुर में आयोजित एक पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में पायलट ने कहा है कि वह 50 साल तक कहीं नहीं जाने वाले हैं. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के राजस्थान की राजनीति में 15-20 साल बने रहने के चर्चित बयान का अब इशारों ही इशारों में सचिन पायलट ने भी जवाब दिया है.
जयपुर में आयोजित एक पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में पायलट ने कहा है कि वह 50 साल तक कहीं नहीं जाने वाले हैं, राजस्थान में ही रहेंगे और सारे अधूरे काम पूरे करेंगे.
गौरतलब है कि अशोक गहलोत ने 2 अक्टूबर को सीएम आवास पर आयोजित कार्यक्रम में कहा था कि जो लोग राजस्थान की राजनीति में बदलाव का सपना देख रहे हैं उन्हें मैं बता दूं कि मैं 15- 20 साल कहीं नहीं जाने वाला. राजस्थान में सरकार 5 साल चलेगी, अगली बार भी सरकार कांग्रेस की बनेगी और वर्तमान यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल अगली बार फिर से यूडीएच मंत्री बनेंगे. जिन्हें दुखी होना है वह दुखी रहेंगे.
एक दूसरे के खिलाफ जारी है बयानबाजी का दौर राजस्थान कांग्रेस सियासत में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के बीच इशारों ही इशारों में एक दूसरे के खिलाफ बयानबाजी का दौर जारी है. कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री आवास पर आयोजित कार्यक्रम में सीएम अशोक गहलोत के 15- 20 साल तक कहीं नहीं जाने वाले बयान पर अब सचिन पायलट ने भी जवाब दिया है. कल रात जयपुर के होटल में एक पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में एक सवाल के जवाब में पायलट ने कहा कि मैं 50 साल तक यहीं रहूंगा. कहीं जाने वाला नहीं हूं. सारे अधूरे काम पूरा करूंगा.
इस बयान को अशोक गहलोत के बयान का जवाब माना जा रहा है.
सचिन पायलट ने क्या जवाब दिया:-
दरअसल कार्यक्रम के दौरान मंच संचालक ने सचिन पायलट से कहा था कि आपने बेहद कम उम्र में पत्रकारिता से लेकर सेना और राजनीति ( में एक लंबा सफर तय किया है. नई ऊंचाइयों को हासिल किया है. आपको समय निकालकर किताब लिखनी चाहिए. इस पर सचिन पायलट ने जवाब दिया था कि मैं अगले 50 साल यहीं रहने वाला हूं. कहीं जाने वाला नहीं हूं. सारे अधूरे काम पूरे करूंगा.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने क्या कहा था दरअसल मुख्यमंत्री आवास पर 2 अक्टूबर को आयोजित प्रशासन गांव के संग शहरों के संग अभियान के दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा था कि मेरा स्वास्थ्य ठीक है. मुझे 15-20 साल कुछ होने वाला नहीं है. राजस्थान में सरकार 5 साल चलेगी. अगली बार भी कांग्रेस की सरकार बनेगी और मैं यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल को फिर से वही पोर्टफोलियो दूंगा. जिसे दुखी होना है वह दुखी हो. कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि भले ही वल्लभनगर व धरियावद के उपचुनाव में अशोक गहलोत और पायलट एक साथ चुनाव प्रचार कर रहे हो लेकिन दोनों नेताओं के बीच इशारों-इशारों में बयान बाजी और वार-पलटवार का दौर जारी है. यानी जैसे-जैसे राजस्थान में आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियां तेज होंगी यह बयान बाजी का सिलसिला भी और अधिक बढ़ सकता है.