जयपुर. पीएम केयर फंड से मिले डिफेक्टिव वेंटिलेटर्स को लेकर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक बार फिर निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है.
सीएम गहलोत ने शनिवार को सोशल मीडिया के जरिये कहा कि इस बात की पूरी जांच होनी चाहिए कि किस प्रकार राज्यों को डिफेक्टिव वेंटिलेटर सप्लाई किए गये. हालांकि गहलोत ने प्रकरण में उठाए गये कदम को लेकर प्रधानमंत्री की तारीफ भी की.
गहलोत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पीएम केयर फंड से मिले वेंटिलेटर्स की ऑडिट करवाने का निर्णय सही दिशा में उठाया गया कदम है. गौरतलब है कि पिछले दिनों गहलोत ने इस मामले को लेकर केन्द्र सरकार पर हमला बोला था. गहलोत ने कहा था कि राजस्थान समेत दूसरे राज्यों में डिफेक्टिव वेंटिलेटर्स सप्लाई किए गये जिनका उपयोग नहीं हो पा रहा है. गहलोत ने मामले की जांच करवाए जाने की मांग की थी. बिना अनुभव वाली कम्पनियों से खरीदे वेंटिलेटर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट के जरिए कहा है कि मीडिया रिपोर्ट से पता लगी जानकारी के मुताबिक भारत सरकार की कम्पनी एचएलएल लाइफ केयर के माध्यम से 10 कम्पनियों से 59 हजार वेंटिलेटर खरीदे गए थे. इनमें से कई कम्पनियां ऐसी भी हैं जिन्हें वेंटिलेटर बनाने का अनुभव ही नहीं है.
गहलोत ने कहा कि इसके चलते ही कई राज्यों को डिफेक्टिव वेंटिलेटर वितरित हो गए जो मरीजों के जीवन के लिए रिस्की होने की वजह से अधिकांश जगहों पर डॉक्टर्स द्वारा उपयोग नहीं लिए गए. गहलोत ने उम्मीद जताई की भारत सरकार इसकी निष्पक्ष जांच करवाकर डिफेक्टिव वेंटिलेटर सप्लाई करने वाली कम्पनियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही करेगी.