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दो दिवसीय पूर्ण लाॅकडाउन के बाद बाजारो मे उमड़ी भीड़ ना मास्क ना सामाजिक दुरी, कही भारी ना पड़ जाये लापरवाही

प्रदीप जैन April 13, 2021, 9:31 am Technology

सिंगोली। देश ओर प्रदेश में कोरोना का कहर लगातार बढ़ता ही जा रहा है। इस बात को गंभीरता से लेते हुए प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान एवं प्रशासन ने पुरे प्रदेश में शुक्रवार शाम से सोमवार सुबह तक तथा कुछ जिलो मे जहां संक्रमण ज्यादा है वहां अधिक समय के लिए लाॅक डाउन लगाया गया है। प्रदेश की जनता ने लाॅक डाउन का पालन कर अपने अपने व्यापार व्यवसाय पूर्ण तया बंद रख कर शासन के आदेश की पालना की है। बाजार पुरी तरह लाॅक डाउन होने से सरकार एवं प्रशासन ने थोड़ी राहत की सांस महसूस की परन्तु लाॅक डाउन के बाद जैसे ही बाजार खुले बाजार में जबरदस्त भीड़ उमड़ी जिस पर लगाम लगाने वाला कोई दिखाई नही दिया। भीड़ मे ना मास्क दिखे ना सामाजिक दुरी दिखाई दी दुकानदार ओर ग्राहक सब बेखौफ होकर अपना काम करते देखे गये। अधिकारियों ने भी इस बात का अंदाजा नही लगाया होगा की बाजार खुलते ही इतनी भीड़ होगी ओर प्रशासन द्वारा लगाये गये लाॅक डाउन का औचित्य ही धुमिल होता दिखाई देगा ।

दो दिन के लाॅक डाउन के अंदर भी नीमच जिले में कोरोना के केस लगातार बढ़े ओर रविवार को जिले में 80 कोरोना पोजिटिव केस सामने आये। जो एक चिन्ता का विषय होकर सबको सोचने पर मजबूर कर रहा है। हालात इतने भयावह हो जायेगे ये किसी ने सोचा भी नहीं होगा। हालांकि सरकार ओर जिला प्रशासन पुरी मुस्तेदी से लगा हुआ है परन्तु आम जन को भी गंभीर होकर अपने जीवन के लिए अवेरनेस लाना बहुत जरूरी है। जहां लोगो को सीजन ओर शादी ब्याह की की चिंता सता रही हे वही ये महामारी भी मुंह फाड़े सामने खड़ी है ऐसी दशा में हम सब को बहुत संभल कर चलते हुए अपना तथा अपनो के जीवन की रक्षा करना हमारा कर्तव्य है ।

हम एक दुसरे को देख कर लापरवाह ना बने अन्यथा ये लापरवाही हमारे लिये मंहगी पड़ सकती है। सरकार या नेताओ की कार्यशेली को देख कर अपनी जान जोखिम में डालने की कोशिश ना करे अन्यथा उसका खामियाजा आपको ओर आपके परिवार को ही भुगतना पड़ेगा। हालांकि ये बात सही है कि एक ओर जिन्दगी की चिंता तो दुसरी ओर रोजी रोटी की चिंता सबको सता रही हे। फिर भी विपरीत परिस्थिति में अपने आप को सुरक्षित रखना अपना परम दायित्व है। यदी बाजारो में इसी तरह की भीड़ रहती हे ओर हम ऐसे ही लापरवाही करते रहे तो फिर सरकार एवं प्रशासन के सारे प्रयासो का गुड़ गोबर होना तय है।

जिला प्रशासन को भी इस विषय पर गंभीरता से विचार करते हुए इस बात पर ध्यान देना होगा कि यह समय शादी ब्याह के सीजन का है। ऐसे में बाजारो में भीड़ रहना स्वाभाविक है । ओर भीड़ से कोरोना गाइड लाइन का पालन करवाना ही प्रशासन की पहली प्राथमिकता रखना चाहिए। तब कही जाकर हम स्थति को नियंत्रित रखने मे कामयाब हो सकते है। अन्यथा भारी परेशानी का सामना हमे करना पड सकता है। जिला प्रशासन अपने निचले स्तर के अधिकारियों को सख्त निर्देश करे की अधिकारी अपने ऑफिस छोड़ कर मैदान में रहे ओर हालात पर पुरी निगाह रखे ओर लोगो को कोरोना गाइड लाइन का पालन करने के लिए प्रेरित करे यदी उसके बाद भी लोग नही मानते हैं तो प्रशासन को सख्त कदम भी उठाना चाहिए। जिला प्रशासन के उच्च अधिकारी एवं जनप्रतिनिधियों को भी चाहिए कि वे समय समय पर जमीनी हकीकत से रूबरू होने के लिये जिले में दौरा करते रहे ।

जिले में कोविड केयर सेन्टर खोले जाना आवश्यक हो रहा है:-

जिले में लगातार बढ रहे कोरोना संक्रमण को देखते हुए जिला प्रशासन को नगर पंचायत स्तर पर कोविड केयर सेन्टर खोल कर लोगो को कोरोना का सुलभ इलाज पहले की तरह उपलब्ध कराना चाहिए।

लोगों को रोजी रोटी भी मिले ओर कोरोना भी कंट्रोल मे रहे ऐसा कुछ मास्टर प्लान तैयार करे अधिकारी:-

नीमच जिला कारोबार पर आधारित जिला है इस जिले में कारोबार बंद होने का मतलब लोगो के मुंह से रोटी का निवाला छीनने जैसा है क्योंकि यहाँ पर कर्मचारी बेस कम ओर व्यापारीक बेस ज्यादा है। इसलिए सरकार ओर जिला प्रशासन को इस विषय पर ध्यान देते हुए कुछ ऐसा प्लान तैयार करना होगा की जिससे लोगो की रोजी-रोटी भी नही छिने ओर कोरोना भी कंट्रोल में रहे हालांकि इस तरह की चुनौती बहुत कठिन है पर आवश्यकता ऐसी ही आन पड़ी है। एक पुरानी कहावत है ना की सांप भी मर जाए ओर लाठी भी न टूटे। ठीक इसी तरह के हालात बने हुए है। जिला प्रशासन ऐसा कोई प्लान तैयार करे जिससे ये कहावत चरितार्थ हो जाये। हालांकि जिला प्रशासन पुरी तरह सक्रिय होकर हालातों से निपटने मे लगा हुआ है। प्रशासन के साथ साथ आम जन भी जागरूक होकर इस विषम परिस्थिति में प्रशासन का सहयोग करे हालात अपने आप ठीक हो जायेगे।

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