पंडित शास्त्री ने किया श्रीकृष्ण बाल लीलाओं का वर्णन
नीमच। जय दुर्गा महिला मंडल द्वारा स्कीम नं. 36 ए में करवाई जा रही सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा के चौथे दिन श्रीकृष्ण जन्मोत्सव मनाया गया।
कथा वाचक पंडित नरेन्द्र शास्त्री ने जब भजन नंद के घर आनंद भयो जय कन्हैया लाल की..., एकली खड़ी रे मीरा बाई एकली खड़ी... भजन प्रस्तुत किए तो पूरा पांडाल श्रध्दालु भक्तों की तालियों से गुंज उठा। कृष्ण जन्म के प्रसंग अनुसार कथा पांडाल में कृष्ण जन्मोत्सव की झांकी निकलते ही श्रद्धालु नंद के घर आनंद भयो जय कन्हैया लाल की भजनों के साथ झूम उठे और पुष्प की वर्षा करने लगे। पंडित श्री शास्त्री ने भगवान श्रीकृष्ण कि बाल लीलाओं का वर्णन करते हुए कहा कि जब-जब धरा पर अत्याचार, दुराचार, पापाचार बढ़ता है, तब-तब भगवान का जन्म होता है। द्वापर में जब कंस के अत्याचार बढ़े तो श्रीकृष्ण ने अवतार लेकर मुक्ति दिलाई। भगवान राम ने आदर्श स्थापित किया है, वह आज भी प्रासंगिक है। पंडित शास्त्री ने यह भी कहा कि जीवन में भागवत कथा सुनने का सौभाग्य मिलना बड़ा दुर्लभ है। जब भी हमें यह सुअवसर मिले, इसका सदुपयोग करना चाहिए। कथा का सुनना तभी सार्थक होगा, जब उसके बताए मार्ग पर चलकर परमार्थ का काम करेंगे। अंत में शाम 4 बजे आरती कर प्रसादी का वितरण किया गया। इस मौके पर महिला मंडल अध्यक्ष चंद्रकांता मेहरा, उपाध्यक्ष शांति राठौर, सचिव मनीषा त्रिवेदी, कोषाध्यक्ष राजकुमारी राठौर, चांदनी राजहंसवानी, इंद्रा बैरवा, सोनू शर्मा, उमा दोहरे, किरण शर्मा सहित महिला मंड़ल की कई पदाधिकारी महिलाएं उपस्थित रही।