नीमच। नारायणगढ़ पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जो मारुति कंपनी के यार्ड से बेकार हो चुके चार पहिया वाहन खरीद कर लोगों को इस भरोसे में बेच देते हैं कि उन्हें जल्दी ही उनके कागजात मिल जाएंगे। इस गिरोह के सदस्य वाहन का चेसिस नम्बर बदलकर नए कागजात बनवाने में माहिर बताए जा रहे हैं। इस गिरोह में नीमच पुलिस लाइन में रह रहे एक आरक्षक की भूमिका भी संदिग्ध रूप से मानी जा रही है हालांकि नीमच मंदसौर पुलिस बड़ी ही गहनता से इस पूरे मामले को सुलझाने में लगी हुई है। सोमवार मंगलवार की रात नारायणगढ़ थाना और नीमच कैंट थाना पुलिस ने उसके घर दबिश भी दी थी। सूत्रो से यह भी जानकारी मिल रही है की वहा विवाद की स्थिति भी बनी थी। हालांकि पुलिस इस मामले में कुछ भी बताने से साफ इंकार कर रही है।
नीमच में पूर्व में हुए अक्षय गोयल केस ने प्रदेश स्तर तक प्रशासनिक अधिकारियों की नींदे उड़ा दी थी ऐसे में वाहन चोरी के मामले में फिर एक आरक्षक की संलिप्तता का आना कई सवाल पैदा कर देता है। क्या पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी आरक्षक के खिलाफ कोई कठोर कार्यवाही करेंगे या आरक्षक की चौदराहट बरकरार रहेगी।
इनका कहना:-
फिलहाल मामले की जांच चल रही है इस मामले में अभी साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं इससे पहले कुछ भी कहना उचित नहीं होगा अगर आरोप सामने आता हैं तो निश्चित तौर पर कार्यवाही की जाएगी। किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।
- सिद्धार्थ चौधरी एसपी मंदसौर