8 दिसम्बर को सब्जीयां एवं दुध मंडियों में नहीं लाएं
नीमच। विगत कई दिनों से केन्द्र की सरकार के खिलाफ किसान संघो द्वारा प्रदर्षन किया जा रहा है। ऑल इंडिया किसान संघर्ष कोऑर्डिनेशन कमेटी के बेनर तले आठ दिसम्बर को भारत बंद का आहवाहन किया जा रहा है। किसान नेता राजकुमार अहीर ने प्रेसनोट जारी कर बताया की किसानों द्वारा कृषि कानूनों (काला कानून) को वापस लेने की मांग की जा रही है। जिसको लेकर किसान साथी कई दिनो से राजधानी दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर 26 नवंबर से डटे हुए है। केन्द्र की सरकार सोई हुई है आज लगभग दस दिन हो गए किसानो के पास सरकार का कोई भी प्रतिनीधी मिलने नही गया। अभी वर्तमान समय में काफी ठंड है किसान खुले आसमान के नीचे सड़को पर सोने को मजबुर हो रहा है दुसरी ओर कोरोना जैसी भयानक बिमारी फैलने का खतरा भी मंडरा रहा है। पूरा विश्व यह भयावह मंजर देख देख रहा है कि किसान जाड़े की रातों में राजधानी के बाहर बैठे इस बात का इंतजार कर रहे हैं कि सरकार उनकी बात सुन ले। किसान नेता राजकुमार अहीर ने प्रदेश सरकार एवं केन्द्र सरकार को घेरते हुए सवाल किया है कि "इस कानून को लागू करने में इतनी जल्दी क्या थी"?
किसान नेता राजकुमार अहीर ने बताया की किसानो के प्रदर्शन में कांग्रेस पार्टी द्वारा भरपुर सहयोग मील रहा है, किसानों के साथ कांग्रेस पार्टी हमेशा खड़ी रहेगी। राजकुमार अहीर ने नीमच जिले के समस्त किसान बंधुओं से अपील की है कि आठ दिसम्बर को भारत बंद को सफल बनावे एवं किसान साथी मंडियों में अपनी उपज लेकर नहीं आवें व साथ ही नीमच की सब्जी मंडी में भी अपनी सब्जियां व दुध नहीं लावें। जिससे नीमच कृषि उपज मंडी एवं सब्जी मंडी पूर्णतया बंद होगी, जिससे किसानों के समर्थन में यह संदेश मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार एवं केन्द्र की मोदी सरकार को जायेगा एवं सरकार को कृषि मंडी विधेयक बिल वापस लेना ही पड़ेगा।
एमएसपी के मामले में लिखित आश्वासन दे और कोई विवाद होने पर किसानों को न्यायालय में न्याय पाने का अधिकार मिले। पुनः किसान नेता राजकुमार अहीर ने बताया की किसान सरकार के खिलाफ अपना रोष एवं विरोध प्रदर्शित करें। सरकार से हमारी मांग है कि "काले कानून"को सरकार वापस लेवें।
साथ ही समस्त कांग्रेस कार्यकर्ताओं से अपील करता हूं की भारत बंद में हिस्सा लेकर नीमच जिले को पुर्ण रूप एवं शांति से बंद करवाएं एवं बंद को सफल बनावें।