रतनगढ। रतनगढ़ थाने के समीप पर सरेआम सट्टा बड़े ही योवन पर चल रहा है। रतनगढ़ में हाईटेक तरीके से मोबाइल एवं सरेआम सट्टा युवा एवं क्रिकेट का सट्टा चल रहा है जिससे युवा बर्बादी की कगार पर है रतनगढ़ में क्रिकेट का सट्टा ऑनलाइन बुकिंग के जरिए सरेआम चल रहा है। कई युवा बर्बादी के घर पर पहुंच चुके हैं। यहा सट्टा आईडी मोबाइल के जरिए उतारा जाता है सट्टा रतनगढ़ बस स्टैंड पर थाने के समीप झंडा चौक में ताश पत्ती झंडू सरेआम चल रहा है। खाई वालो के पास पुलिस के कुछ जवान मंडराते नजर आते हैं। खाईवालों की हौसले इतने बुलंद है की उन्हें पुलिस का भी ख़ौफ़ नहीं है। रतनगढ़ के सट्टे में प्रतिदिन 10 लाख का लेनदेन होता है। वही बताया जाता है कि रतनगढ़ थाने के थाना प्रभारी के पुलिस लाइन होने के बाद वहां के स्थानीय आरक्षको ने अभी तक कोई बड़ी कार्यवाही नहीं की है। आगर नामका यह सटोरिया युवा पीढ़ी को लगातार दीमक लगा रहा है। उमर के व्यापारी दूसरों को रोडपति बना कर खुद करोड़पति बनकर बेठा है। रतनगढ़ की ताश पत्ती नीमच जिले में फेमस है। झंडू ताश के नाम से क्षेत्र के कई युवा व्यापारी झंडू ताश पत्ती के नाम से बर्बादी की ओर जा चुके हैं उमर का यह व्यापारी ताश पत्ती का संचालन करता है वह हमेशा जगह बदल बदल कर खिलाड़ियों इकट्ठा कर ताश पत्ती का संचालन करता है। जब खिलाड़ी हारने लगते हैं तब वह व्यापारी 10000 के बदले 1 घंटे के 3000 रूपये तक लेता है नहीं देने पर प्रतिदिन 5000 रूपये वसूल करता है। इस जुआ सट्टा से कई युवा व्यापारियों के मकान दुकान तक बिक गए। क्या पुलिस प्रशासन बेलगाम हो रहे सट्टे को कितना रोक पाती हैं..? या ऐसे ही जुआ सट्टा क्रिकेट चलता रहेगा। पूर्व में भी उमर कि व्यापारी पिछली बार छापामारी के दौरान भाग निकला था उसके बाद भी भी बिना खौफ के जुआ प्रतिदिन चल रहा है। खेलने के लिए युवा लोग बेगू बिजोलिया भीलवाड़ा चित्तौड़गढ़ नीमच कोटा सिन्गोली तक के आते हैं। जिला पुलिस प्रशासन को शीघ्र कार्यवाही करनी चाहिए।