नीमच। जिला कलेक्टर जितेन्द्र सिंह राजे द्वारा नीमच जिले के दो मिलावटखोरों को रासुका के तहत इंदौर सेन्ट्रल जेल में 03 माह के लिए निरोध आदेश् पारित किया। म.प्र. शासन द्वारा माननीय मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देशन में मिलावट से मुक्ति अभियान प्रारम्भ किया गया है व उक्त अभियान के अन्तर्गत दो व्यक्तियों पर रासुका के तहत आदेश पारित किया गया है।
1. श्री यश पिता सत्यनारायण गर्ग (28 वर्ष) मेसर्स ममता इन्टरपा्रईसेस, अचारी रोड़ बघाना जिला नीमच पर जिला प्रशासन द्वारा दिनांक 11/10/2020 को छापा मारा गया था जिसमें बार्डर जिले का लाभ उठाकर राजस्थान के ग्राम अचारी में श्री सत्यनारायण गर्ग व उनके पुत्र यश गर्ग द्वारा मिलकर कंलोजी के कचरें पर काला कलर कर चढ़ाया जा रहा था व कचरें को कलोंजी का रूप दिया जा रहा था मौके पर 12800 किग्रा कंलोजी मूल्य 13,44,000/- कोलतर ड्राय कलर (लुज) रू. 300/-, 12160 किग्राम कलांजी रिजेक्शन जिसका मूल्य 4,25,600/- जप्त किया गया व कुल जप्त माल का मूल्य 17,69,900/- रू. था व तीन नमूने मानक स्तर की जॉंच हेतु श्री संजीव कुमार मिश्रा खाद्य सुरक्षा अधिकारी द्वारा लिए गए थे व राज्य खाद्य प्रयोगशाला भोपाल द्वारा उक्त नमूनों को अवमानक व अपद्रव्य घोषित किया गया।
उक्त प्रोपराईटर द्वारा अग्रिम इंटरपाईसेस के नाम से भी फर्म संचालित की जा रही थी।
2. श्री राकेश पिता गयारसीलाल अग्रवाल (34 वर्ष) मेसर्स पंकज ट्रेडिंग कम्पनी द्वारा राशन की कालाबाजारी व कलांजी पर कलर कर बाजार में विक्रय करना व जनस्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करनें की सूचना पर दिनांक 20/03/2020 को आनन्द भंडार स्थित गोडाउन पर संजीव कुमार मिश्रा, जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी द्वारा रात को छापा मारा गया था मौके पर राजेश अग्रवाल पिता ग्यारसीलाल व मुकेश पिता महेन्द्र डांगी द्वारा संचालित किया जा रहा था। मौकेद से कंलोजी के कचरे पर कलर कर कलांजी तैयार की जा रही थी व कलांजी ब्लेक कलर लिकविड कंलोजी जिसका ब्लेक कलर ड्राय के नमूने राज्य खाद्य प्रयोगशाला भेजे गये थे। 11020 किग्रा. मूल्य 14,32,600 व 8 लिटर ब्लेक कलर लिकविड 400 रू. मूल्य का माल जप्त किया गया था व राज्य खाद्य प्रयोगशाला द्वारा अवमानक व अपद्रव्य घोषित किया गया था। आरोपी द्वारा चावल की कालाबाजारी कर गरीबो का हक छीना जा रहा था।
उक्त दोनों आरोपियों द्वारा आम जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर कंलोजी पर कृत्रिम रंग चढ़ाकर केंसर जैसे घातक रोगों से ग्रसित किया जा रहा था उक्त मामलों का संज्ञान में लेकर मिलावटखोरों के विरूद्ध जिला दण्डाधिकारी नीमच द्वारा कठोर कार्यवाही की गई ।