भारी मात्रा में अचारी स्थित गोदाम में कलर की हुई कलौंजी बरामद और मशीने जप्त
नीमच। मुख्यमंत्री द्वारा नकली घी माफियाओं, नकली दवाई फैक्ट्रियों, सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) के अंतर्गत वस्तुओं की कालाबाजारी करने वालों, गुण्डो द्वारा अर्जित की गई अवैध संपत्ति, नकली खाद यूरिया एवं फर्टिलाईजर फैक्ट्री संचालकों, सक्रिय संगठित गिरोह, तस्करों, गुण्डों, बदमाषों, माफियाओं, असामाजिक तत्वों के विरूद्व अभियान चलाया जाकर उनकी धरपकड़ संबंधी निर्देष सभी कलेक्टरों एवं पुलिस अधीक्षकों को दिये गये है।
मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश शासन के निर्देशानुसार कलेक्टर जितेन्द्र सिंह राजें एवं पुलिस अधीक्षक नीमच मनोज कुमार राय द्वारा जिलें संबंधित अधिकारियों को क्षेत्रों में नकली घी माफियाओं, नकली दवाई फैक्ट्रियों, सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) के अंतर्गत वस्तुओं की कालाबाजारी करने वालों, नकली खाद यूरिया एवं फर्टिलाईजर फैक्ट्री संचालकों, के विरूद्व विशेष अभियान चलाया जाकर उनकी धरपकड़ के निर्देश दिए गए है। इसी के अंतर्गत दिनांक 11.10.2020 को खाद्य, औेषधि एवं पुलिस विभाग नीमच मंडी की फर्म ममता इंटरप्राइजेस और अग्रिम इंटरप्राइजेस पर छापामार कार्यवाही किये जाने पर मौके से फर्म के संचालक सत्यनारायण गर्ग एवं यश पिता सत्यनारायण गर्ग निवासी शिव भंडार मंदिर के पास मंडी के सामने नीमच से पूछताछ किये जाने पर अचारी स्थित गौदाम पर संचालकों के साथ जाकर निरीक्षण करते लगभग 30 हजार वर्गफीट में बने गोदाम में कलर की हुई कलौंजी एवं कलौंजी की छटाई एवं कलर करने की 03 मषीने बरामद की गई। उक्त कलौंजी खाद्य गुणवत्ता में अमानक होकर उस पर हानिकारक कलर किया हुआ पाया गया। प्रकरण में दोनो पिता एवं पुत्र को हिरासत में लेकर पूछताछ जारी है।
उक्त कार्यवाही में नगर पुलिस अधीक्षक राकेश मोहन शुक्ल, बघाना थाना प्रभारी राजेंद्र सिंह, खाद्य अधिकारी संजीव मिश्रा सहित पुलिस बल मौजूद रहा
आम जनता को यह अवगत करवाया जाता है कि उन्हें किसी भी प्रकार के नकली घी माफियाओं, नकली दवाई फैक्ट्रियों, सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) के अंतर्गत वस्तुओं की कालाबाजारी करने वालों, गुण्डो द्वारा अर्जित की गई अवैध संपत्ति, नकली खाद यूरिया एवं फर्टिलाईजर फैक्ट्री संचालकों, सक्रिय संगठित गिरोह , तस्करों, गुण्डों, बदमाषों, माफियाओं, असामाजिक तत्वों की गतिविधियों के संबंध में कोई सूचना हो अथवा उनसे संबंधित कोई शिकायत हो तो बगैर किसी भय के पुलिस अधिकारियों को अवगत करवाया जा सकता है।
सूचनाकर्ता का नाम पूर्णता गोपनीय रखा जाएगा।