नीमच| जिला कलेक्टर जितेन्द्र सिंह राजे ने कहा कि नीमच के जिला चिकित्सालय में पहले से दो डायलिसिस यूनिट संचालित है। कोरोना संक्रमण के दौरान और डायलिसिस मशीन की आवश्यकता महसूस की जा रही थी, नीमच के प्रबुद्धजनों से चर्चा कर, जनसहयोग से तीन ओर डायलिसिस मशीनों की व्यवस्था की गई।
नीमच में स्थापित यह मशीने अच्छी गुणवत्ता की नवीनतम मॉडल की है। अब चिकित्सालय में कुल 5 डायलिसिस यूनिट स्थापित हो गई है। डायलिसिस कक्ष में लगभग 25 लाख रूपये की जनसहयोग राशि से आरओ यूनिट स्थापित की गई है और अन्य सिविल कार्य करवाये गये है। इस डायलिसिस सुविधा का संचालन मानव सेवा समिति के माध्यम से किया जावेगा। इससे जरूरतमंदों को रियायती दर पर डायलिसिस की सुविधा मिलेगी। और डायलिसिस की वेटिंग समाप्त हो जाएगी।
जिलेवासियों को जिले के बाहर डायलिसिस के लिए नहीं जाना पडेगा। उन्हें जिला अस्पताल में ही यह सुविधा उपलब्ध हो जाएगी। भविष्य में भी जनसहयोग से और भी डायलिसिस यूनिट लगाने का प्रयास किया जाएगा। उन्होने कहा कि जल्दी ही जनसहयोग से भादवामाता में फिजियोथेरेपी की सुविधा प्रारंभ की जावेगी। नीमच मानव सेवा समिति के अध्यक्ष श्री मुन्ना गोयल ने सेवा प्रकल्पों की जानकारी देते हुए कहा कि दानदाताओं के सहयोग से कलेक्टर श्री राजे की पहल पर तीन नई डायलिसिस मशीन लगाई गई है और लगभग 25 लाख की लागत से विकास कार्य अस्पताल की डायलिसिस यूनिट में करवाये गये है।
इससे मरीजों को स्थानीय स्तरपर बेहतर स्वास्थ सुविधाएं मिलेगी। मंत्री श्री सखलेचा ने अतिथियों के साथ फीता काटकर डायलिसिस यूनिट भवन का लोकार्पण किया और डायलिसिस कक्ष में उपलब्ध डायलिसिस मशीनों व अन्य सुविधाओं का अवलोकन किया। कार्यक्रम का संचालन श्री पुरूषोत्तम गुप्ता ने किया तथा अन्य में श्री सुनील रस्तौगी ने सभी का आभार माना। प्रारंभ में मानव सेवा समिति के मुन्ना गोयल, ओमप्रकाश गोयल, सुनील रस्तौगी व अन्य पदाधिकारियों ने अतिथियों का स्वागत किया। मानव सेवा समिति की ओर से डायलिसिस मशीन के लिए आर्थिक सहयोग करने वाले अल्ट्राटेक सीमेंट के प्रबंधक वित्त एवं गंगानगर परिवार के श्री राकेश अरोरा का मंत्री श्री सखलेचा ने शाल व श्रीफल भेंट कर सम्मान किया।
इस मौके पर जनप्रतिनिधिगण, गणमान्य नागरिक, पत्रकारगण व अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।