नीमच। वैश्विक महामारी कोरोना के चलते सभी व्यसाय प्रभावित हुए वहीँ दूसरी और सबसे ज्यादा बस व्यसाय मंदी की मार झेल रहा है विगत 5 माह से बसों के पहिए थमें है जिसके कारण बस संचालकों को आर्थिक एवं मानसिक हानि का सामना करना पड़ रहा है, बस मालिकों द्वारा समय समय पर मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ज़िलाधीश व परिवहन अधिकारी को ज्ञापन के माध्यम से हमारी समस्या पाँच के टैक्स की माफी व किराया व्रद्धि हेतु अवगत कराया गया। शासन आज तक हमारी मांगो को लेकर कोई भी मसौदा तैयार नही किया गया, प्रदेश में लगभग 20 हजार बसों संचालन होता है जिससे लगभग 80 हजार कर्मचारी जुड़े है जो पूरी तरह भुखमरी की और है। जँहा पूरे प्रदेश में अपनी मांगों को लेकर बस संचालक अपनी बसों का संचालन नही कर रहे है वही दूसरी और बिना अनुमति के शेयरिंग टैक्सी व अंतरप्रांतीय बसों का संचालन बेधड़क कर रहे है जिनको रोकने के 15 अगस्त को नीमच बस ऑपरेटर एसोसिएशन के सदस्यों ने नयागांव बॉर्डर पर पहुच कर परिवहन विभाग के सहयोग से अन्य राज्यों से बिना किसी अनुमति व ग्रह मंत्रालय के आदेश के अवेहलना करने पर अंतरप्रांतीय बसों के चालान बनवाए गए व उन्हें आगे म.प्र. की सीमा में आगे ना आने की समझाइश दी गई,वही दूसरी और नीमच से संचालित शेयरिंग टैक्सियां Kजो की बिना अनुमति व बगैर सोश्यल डिस्टेंसिंग के पालन के चल रही है जिन्हें बंद कराने हेतु जिला परिवहन अधिकारी से अनुरोध किया गया. नयागांव बॉर्डर पर चेक पोस्ट के अधिकारी जितेंद्र गुर्जर व परिवहन विभाग के अधिकारी प्रकाश श्रीवास्तव को भी ज्ञापन देकर अंतरप्रांतीय बसों व शेयरिंग टैक्सियों के संचालन को बंद करने की मांग की गई ये रहे उपस्थिति-नीमच जिला बस ऑपरेटर एसोसिएशन के संरक्षक मुकेश गुप्ता,चंचल बाहेती,अनिल कोठारी,ऋषि मोड़,पप्पू आजाद,मनीष जैन,रफीक भाई, राजू हकवड़िया,मुन्ना दुर्रानी, सुनील कोठारी,गुड्डा गुर्जर,जीतू बना,बालकिशन मोदी,विनोद ग्वाला,कैलाश माहेश्वरी, रवि वधवा,जाहिद भाई,सुरेश बैरागी,राम राठौर,नासिर हुसैन,शंकर सिंह,तखत सिंह,भेरूलाल व नासिर भाई मौजूद रहे।