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सामाजिक सुरक्षा के साथ पर्यावरण संरक्षण का संदेश, जिलेभर में कोरोना योद्धाओं ने पुरानी पेंशन बहाली का संकल्प लेते हुए किया पौधारोपण

दिलीप भारद्वाज August 7, 2020, 3:00 pm Technology

प्रतापगढ़! कोरोना महामारी के इस दौर में लंबे समय से कोरोना योद्धा के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे कर्मचारियों ने सरकार से अपनी मांग मनवाने के लिए एक अनूठे आंदोलन की शुरुआत की है. न्यू पेंशन स्कीम एंप्लॉय फेडरेशन ऑफ राजस्थान की स्टेट महिला प्रतिनिधि ममता शर्मा ने बताया की न्यू पेंशन स्कीम एंप्लाइज फेडरेशन ऑफ राजस्थान के बैनर तले प्रदेश सहित जिले भर में 1 जनवरी 2004 के बाद सेवा में आए कर्मचारियों ने पुरानी पेंशन बहाली का संकल्प लेते हुए पौधारोपण किया और आंदोलन में भागीदारी के साथ-साथ लगाए हुए पौधों के सार संभाल की जिम्मेदारी ली!

वही प्रदेश सचिव जाकिर हुसैन ने बताया कि जिस प्रकार पौधा सर्दी गर्मी धूप बरसात सहते हुए फल और छाया देता है, कर्मचारी भी अपने जीवन का स्वर्णिम काल देश की सेवा में समर्पित कर देता है लेकिन बुढ़ापे में उस कर्मचारी की पेंशन छीन कर बदहाल जीवन जीने के लिए मजबूर कर देना न्यायोचित नहीं है. कर्मचारी के वेतन से काटे गए 10% अंशदान तथा सरकार की ओर से जमा कराए गए 10% अंशदान को कॉरपोरेट के हवाले करना न केवल कर्मचारियों के साथ धोखा है बल्कि उनके सामाजिक सुरक्षा के अधिकार के साथ खिलवाड़ है! वही जिला महिला प्रतिनिधि कैलाश मीणा ने नई पेंशन योजना को एक म्यूच्यूअल फंड स्कीम करार देते हुए कहा की कर्मचारियों के पैसे को शेयर मार्केट के जोखिम के हवाले करना सरासर नाइंसाफी है क्योंकि इससे कर्मचारियों को उनके द्वारा जमा कराई गई कुल रकम भी नहीं मिलती है! विदित है कि कोविड-19 के खिलाफ एकजुट होकर जंग लड़ रहे सरकारी चपरासी ले लेकर कलक्टर स्तर तक के कर्मचारीयों, अधिकारीयों की पेंशन छीनकर एन.पी.एस. नामक म्यूचल फंड योजना जबरदस्ती थोप दी गई। जिसका प्रदेशभर में भारी विरोध हो रहा है।

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