छोटी सादड़ी! संपूर्ण भारत वर्ष एवं राजस्थान,मध्यप्रदेश में भूमाफिया एवं अवैध खनन माफिया एवं तस्करों द्वारा पत्रकारों के ऊपर आए दिन जानलेवा हमला किए जा रहे हैं। जिससे लोकतंत्र का चौथा स्तंभ सम्पूर्ण भारत वर्ष में खतरे में चल रहा है।
अभी 2 दिन पूर्व सीमावर्ती नीमच (मध्यप्रदेश) में देर रात पत्रकार विष्णु मीणा का अपहरण कर उसके ऊपर जानलेवा हमला करते हुए पत्रकार को अधमरा हाइवे पर छोड़ कर भाग गए। इस तरह से आये दिन छोटे छोटे कस्बो ओर शहरों में पत्रकारों के ऊपर जानलेवा हमला होने से पत्रकारों में भारी रोष व्याप्त है। जब देश का चौथा स्तम्भ ही सुरक्षित नही रहेगा तो आमजन को कैसे सुरक्षा मिल पाएगी। यह घटना केवल लोकतंत्र के चौथे स्तंभ को ही नहीं बल्कि कानून व्यवस्था के लिए भी जिम्मेदार पुलिस प्रशासन को चुनौती है। अपराधी बेखौफ होकर शहर में बिना नंबर के वाहन से आते हैं और पत्रकार के साथ गंभीर वारदात को अंजाम देकर चले जाते हैं। इससे स्पष्ट है कि गश्त चौकसी और चेकिंग सिर्फ औपचारिकता है। इस घटना के पीछे कथित रूप से तस्करों की भूमिका भी चर्चा हो रही है।
जब एक पत्रकार के साथ ऐसी घटना की जाती है, तो आम नागरिकों की सुरक्षा की कैसे होती होगी? घटना की जड़ तक की जांच की जाए और दोषियों के विरुद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए ताकि कानून व्यवस्था और पुलिस प्रशासन के प्रति पत्रकार जगत ही नहीं आम जनता का भरोसा कायम रहे। इस मामले में 3 दिन के भीतर ठोस कार्रवाई सुनिश्चित कर पीड़ित पत्रकार को न्याय मिले! इन बातो को लेकर छोटी सादड़ी के पत्रकारों ने एक जुट होकर देश के राष्ट्रपति के नाम तहसीलदार कटारे को ज्ञापन सोपा ! इस दोरान बड़ी संख्या में पत्रकार साथी सोश्यल डिस्टेंस का पालन करते हुए एकजुट हुए!