मनासा पुलिस की कार्यशैली पर जताया असंतोष, डीएसपी स्तर के अधिकारी से जांच कराने की मांग
नीमच। अनिल की मौत के मामले में अब तक मनासा पुलिस की कार्यशैली असंतोषजनक है इसलिए मामले की जांच डीएसपी स्तर के अधिकारी से कराई जाए और मौत के लिए जिम्मेदार दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। यह मांग अनिल बंजारा के परिजनों व समाजजनों ने एसपी से की है। उन्होंने एसपी कार्यालय में गुरुवार को प्रदर्शन कर ज्ञापन भी सौंपा। खेड़ा बांगरेड व आसपास से बंजारा समाज के दर्जन से अधिक लोग गुरुवार को नीमच पहुंचे और उन्होंने एसपी मनोज कुमार राय को एक आवेदन सौंपकर कार्रवाई की मांग की। एसपी ने उन्हें जांच के बाद उचित कार्रवाई करने का भरोसा दिया है। खेड़ा बांगरेड के दल सिंह बंजारा ने बताया कि 23 जुलाई 2020 की सुबह वे भतीजे अनिल पिता नाथुलाल बंजारा (20) को जगाने के लिए छत पर गए तो वह बेसुध पड़ा हुआ था। इस पर अन्य परिजनों की जानकारी में लाते हुए उसे अस्पताल पहुंचाया लेकिन वहां इलाज के दौरान अनिल की मौत हो गई। पीएम के पूर्व अनिल की जेब से एक सुसाइड नोट मिला। साथ ही अस्पताल लाते समय सामने आया कि अनिल के साथ विपक्षीगण दौलतराम पिता बालूराम भरावत, भूरी बाई पति गुड्डा उर्फ चंदा बंजारा व सीता बाई पति मदनलाल बंजारा ने मारपीट भी की थी। उन्होंने अनिल के गुप्तांग के स्थान पर बेरहमी से वार किए थे। यह मारपीट विपक्षीगणों ने अनिल व रवीना पिता गुड्डा उर्फ चंदा बंजारा के प्रेम संबंध की जानकारी लगने के कारण की थी। इसी मारपीट व विपक्षीगण के धमकाने के कारण अनिल की मौत हुई इसलिए उनके खिलाफ नियमों के अनुसार सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। शिकायतकर्ता दल सिंह बंजारा व अन्य का आरोप है कि सुसाइड नोट व अनिल का मोबाइल मनासा पुलिस की जब्ती में हैं। सभी पक्षों के बयान भी हो चुके हैं फिर भी पुलिस कार्रवाई करने में आनाकानी कर रही है। इसी कारण हमने मामले की जांच बड़े अधिकारी से करने की मांग की है।