नीमच। बीते दिनों नीमच जिले में जावद तहसील के अंतर्गत जिला सहकारी बैंक में एक बालक द्वारा 10 लाख रुपए की चोरी की वारदात ने हंगामा मचा दिया था, इसके पूर्व मनासा में भी बैंक के बाहर एक किसान के 1 लाख 80 हजार की लूट की घटना हुई थी। पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे की फुटेज मुखबिर के द्वारा दी गई जानकारियां और साइबर सेल की एक्सपर्ट टीम नीमच ने पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार राय अति.पुलिस अधीक्षक सुंदर सिंह कनेश के मार्गदर्शन में एक टीम को गठित किया और टीम ने निकाले हुए तथ्यों के आधार पर जानकारियां जुटाई।
जिस पर उक्त तीन आरोपी विकास पिता उमराव सिंह सिसोदिया 22 वर्ष, बंटी सांसी पिता बालकिशन सांसी उम्र 25 वर्ष मनमोहन पिता कुमेर सिंह 19 वर्ष एवं 2 अन्य नाबालिग आरोपीयो को गिरफ्तार किया गया। आरोपियों ने एमपी और राजस्थान में कई वारदातों को अंजाम दे रखा है, उन वारदातों की कडी भी खुल रही है और आरोपियों से पूछताछ जारी है। गुरूवार को पुलिस कंट्रोल रूम पर पुलिस अधीक्षक मनोज राय ने पत्रकारों को विस्तृत जानकारी दी।
इस गैंग के सदस्य जावद में एक पेट्रोल पंप को लूटने की प्लॉनिंग कर रहे थे, जिसे पुलिस ने धर दबोचा, इनसे पूछताछ की गई तो नीमच जिले में दो बडी वारदातों को अंजाम देना कबूला है। 22 जुलाई की रात को पुलिस को सूचना मिली थी कि नीमच—निम्बाहेडा हाईवे चाहत ढाबे के सामने अज्ञात बदमाश एमपी फिलिंग स्टेशन बायो डीजल पंप कैसरपुरा में डकैती डालने की योजना बना रहे है, पुलिस ने तुरंत टीम गठित की और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया मौके से पाचो आरोपियों सहित एक स्वीफ्ट कार, एक 315 बोर का देशी कटटा, 2 जिंदा कारतूस, एक तलवार, एक लोहे की राड जब्त की गई। दो अन्य आरोपी अंधेरा का फायदा उठाकर पहले से फरार हो गए। इन शातिर बदमाशों से कडी पूछताछ की गई तो एमपी और राजस्थान में कई चोरी और डकैती की वारदातों को अंजाम देना कबूल किया है। दिनांक 14 जुलाई को जावद स्थित जिला सहकारी केंद्रीय बैंक में दो नाबालिग साथियों के साथ मिलकर 10 लाख रूपए की चोरी की वारदातों को इन्होंने ही अंजाम दिया था। दिनांक 9 जुलाई को मनासा सेंट्रेल बैंक के सामने मोटरसाईकिल की डिक्की में रखे 1 लाख 80 हजार रूपए से भरा बैग भी इन्हीं बदमाशों ने चुराया था।
इन्होंने बताया कि निम्बाहेडा स्थित अपने डेरे में इन्होंने उक्त पैसे छिपा रखे है, पुलिस ने इनकी निशानदेही पर वहां जाकर सर्च किया तो 10 लाख 60 हजार रूपए मिले है, जिसे जब्त कर लिया गया है। आरोपियों ने कई वारदातों को अंजाम देना कबूल किया है। मध्यप्रदेश और राजस्थान के कई जिलों में चोरी डकैती की वारदातों को अंजाम दिया था। पुलिस इनसे पूछताछ कर ही है वहीं एमपी, राजस्थान के थानों को भी सूचना दे दी गई है!
इनका रहा सराहनीय योगदान :— जावद टीआई ओपी मिश्रा, मनासा टीआई केएल डांगी, थाना प्रभारी रामपुरा शिवसिंह रघुवंशी, सब इसंपेक्टर कमलेश गौड, अभिषेक पाल, आरपी मिश्रा, एएसआई भीमसिंह सहित कई पुलिसकर्मियों का सराहनीय योगदान इस गिरोह को ट्रेस करने में रहा है।