भारत समेत दुनियाभर में 12 मई को अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस मनाया जाता है। कोरोना महामारी के दौरान इन्होंने जो निस्वार्थ भाव से सेवा की है वह सम्मानजनक है. जिसका कर्ज शायद दुनिया कभी न चुका पाए. बिना नर्सिंग के स्वास्थ्य सेवा असंभव है. मरीजों को भर्ती से लेकर इंजेक्शन, दवाएं या समय-समय पर जांच आदि इन्हीं के द्वारा किया जाता है. नर्सिंग स्टाफ मरीजों की भावनाओं के साथ जुड़ा होता है. वह स्नेह व दुलार से रोगियों की देखभाल करता है। ऐसा ही एक नर्सिंग स्टाफ नीमच जिला अंतर्गत मनासा तहसील के छोटे से गांव सेमली जागीर से गरीब परिवार से आने वाले पिंकेश परिहार(मेघवाल) निरंतर अपनी सेवाएं कोरोना योद्धा के रूप में पिछले दो माह से जिला चिकित्सालय नीमच कोरोना आइसोलेशन वार्ड में दे रहे हैं। जहां नियमित रूप से कोरोना संक्रमित, संवेदनशील मरीज पहुंच रहे हैं। गरीब परिवार होने से परिवार की जिम्मेदारी पिंकेश के ऊपर ही है, पारिवारिक जिम्मेदारी के साथ देश की सेवा करने का अवसर प्राप्त हुआ जिसे सहर्ष स्वीकार किया। कोराना संक्रमण से आज हर व्यक्ति चिंतित है वही कोरोना योद्धा घंटों तक पी पी ई किट पहनकर संक्रमित व्यक्तियों की सेवा में लगे हैं। सभी को नर्सिंग दिवस की शुभकामनाएं।