नीमच । जिला पोषण समिति की बैठक में कलेक्टर ने की महिला एवं बाल कल्याण कार्यक्रमों की समीक्षा जिले में बाल विवाह रोकथाम के लिए जनजागरूकता एवं वातावरण तैयार करने के लिए सभी गांवों, स्कूलों, कॉलेजों, पंचायतों में सेल्फ मोटिवेटेट एम्बेसेडर का चयन कर, तैनात करें और बाल विवाह रोकथाम में जनजागरूकता के कार्य में उनका सहयोग प्राप्त करें। यह निर्देश कलेक्टर हिमांशु चंद्रा ने सोमवार को कलेक्टोरेट सभाकक्ष नीमच में जिला स्तरीय पोषण समिति की बैठक में महिला एवं बाल कल्याण योजनाओं व कार्यक्रमों की प्रगति की समीक्षा करते हुए जिला कार्यक्रम अधिकारी को दिए। बैठक में जि.प.सी.ई.ओ. अमन वैष्णव, जिला कार्यक्रम अधिकारी सुश्री अंकिता पंड्या, सहायक संचालक वैभव बैरागीसहित सभी सीडीपीओ, सेक्टरसुपरवाईजर एवं अन्य अधिकारी, समिति के सदस्यगण उपस्थित थे। बैठक में बताया गया, कि महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा निर्धारित पैरामीटर्स के आधार पर जिले की 40 ग्राम पंचायतों को बाल हितैषी एवं महिला हितेषी ग्राम पंचायत घोषित करने की कार्यवाही की जा रही है। बैठक में कलेक्टर ने सभी सीडीपीओ के आंगनवाडी केंद्र भ्रमण की समीक्षा के दौरान निर्देश दिए, कि जिले के सभी सीडीपीओ हर माह न्यूनतम 40-40 आंगनवाडी केंद्रों का भ्रमण कर केंद्रों के सुचारू संचालन का जायजा ले और निरीक्षण की रिर्पोट विभागीय पोर्टल पर अपलोड करें। बैठक में कलेक्टर चंद्रा ने SAM एवं MAM श्रेणी के बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार लाकर, उनके श्रेणी में सुधार की समीक्षा के दौरान निर्देश दिए, कि SAM एवं MAM श्रेणी के हर एक बच्चें को नियमित रूप से पूरे माह टी.एच.आर. और गर्म पका हुआ भोजन, नाश्ता अनिवार्य रूप से उपलब्ध करवाए जाए। कलेक्टर ने हर माह तीसरे मंगलवार को आंगनवाडी में दर्ज सभी बच्चों का वजन एवं हाईट नापकर उनकी संपर्क एप्प पर प्रोफाईल अपडेट करने के निर्देश भी सभी सेक्टर सुपरवाईजर को दिए। उन्होने बच्चों के माता, पिताओं की काउंसलिंग कर बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार के लिए उन्हें संतुलित पोषक तत्व युक्त भोजन, आहार प्रदान करने के लिए प्रेरित करने के निर्देश भी सभी अधिकारियों को दिए है। साथ ही आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से सभी बच्चों का सही-सही वजन लेने, सही ऊंचाइ नाप लेकर पोर्टल पर दर्ज करवाना सुनिश्चित करने के निर्देश भी सभी अधिकारियों को दिए है।