भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने प्रदेश के 70वें स्थापना दिवस के अवसर पर “अभ्युदय मध्यप्रदेश” के अंतर्गत विकसित मध्यप्रदेश@2047 दृष्टि पत्र का अनावरण एवं विमोचन किया। साथ ही MP ई-सेवा पोर्टल तथा “Wash on Wheels” मोबाइल ऐप का लोकार्पण भी किया और “Invest MP 3.0” पोर्टल का शुभारंभ किया।
मुख्यमंत्री ने कहा इन नई पहलों से प्रदेश डिजिटल सेवाओं के क्षेत्र में नई उड़ान भरेगा, युवाओं को स्वरोजगार के अवसर मिलेंगे और शहरी स्वच्छता सेवाओं में तकनीकी नवाचार को नई दिशा मिलेगी। स्थापना दिवस के विशेष अवसर पर आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने प्रदेश को एक वाइल्ड लाइफ सेंचुरी की सौगात भी दी। सीएम ने कहा कि जब 1956 में चार राज्यों को जोड़कर बनाया गया तो शरीर की रचना की तरह इसका निर्माण हुआ सच में हमारा मध्य प्रदेश देश का दिल है और आज मध्यप्रदेश 70वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है, जिस प्रकार प्रदेश ने विकास, संस्कृति और सेवा की अद्भुत यात्रा तय की है, वह पूरे भारत के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी है। प्राकृतिक सौंदर्य, मध्यप्रदेश की विशिष्ट पहचान है मुख्यमंत्री ने कहा कि जो प्राकृतिक सौन्दर्य मध्य प्रदेश के पास है वो हमारा सौभाग्य है और यही हमारे प्रदेश की पहचान है, दह्र्मिक दृष्टि से भी मध्य प्रदेश समृद्ध है, यहाँ दो ज्योतिर्लिंग है, मध्य प्रदेश में वन्यजीव संरक्षण पर भी बहुत काम हुआ है, उन्होंने कहा हम टाइगर स्टेट हैं, सबसे ज्यादा बाघ हमारे यहाँ हैं, सबसे ज्यादा तेंदुए हमारे यहाँ हैं, अब तो चंबल में घड़ियाल हैं तो नर्मदा में मैंने कल मगर छोड़े हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा आज हमने एमपी ई सेवा पोर्टल का लोकार्पण किया, इन्वेस्ट एमपी 3 पोर्टल का लोकार्पण किया कई नवाचार किये उन्होंने कहा ये जो नवाचार हो रहे हैं मुझे भरोसा है सिंहस्थ 2028 भव्य और दिव्य होगा। मुख्यमंत्री ने कहा आयोजन ऐसा होने चाहिए कि दुनिया याद रखे, हम इसलिए इसी हिसाब से योजना भी बना रहे हैं , 30 किलोमीटर के घाट जिसमें 24 घंटे में 5 करोड़ लोग स्नान कर सकेंगे, ऐसी कई व्यवस्थाएं सिंहस्थ को ध्यान में रखकर बनाई जा रही हैं। मध्य प्रदेश में आयेगा गेंडा, जंगली भैंसा, किंग कोबरा मुख्यमंत्री ने कहा हमारी सरकार वन्यजीव संपदा को पुनर्जीवित करने की प्लानिंग कर रही है, हमने असम के मुख्यमंत्री से बात की है जल्दी ही हमें जंगली भैंसा मिलेगा, किंग कोबरा हम लाने वाले हैं असम से गेंडा भी लेकर आएंगे, उन्होंने कहा अभ्यारण्य के साथ जू भी स्थापित कर रहे हैं हमारे यहाँ जंगल में लाइव टाइगर देखे जाते हैं इसका आनंद और रोमांच अलग ही है।
ओंकारेश्वर वन्यजीव अभयारण्य बनाने की घोषणा अपने संबोधन के दौरान मुख्यमंत्री ने प्रदेश की 27वीं सेंचुरी बनाने की घोषणा की, उन्होंने कहा हम जल्दी ही ओंकारेश्वर वन्यजीव अभयारण्य बनाने जा रहे हैं मैं आज इसकी घोषणा करता हूँ। सीएम ने कहा ये देवास और खंडवा जिलों के हिस्सों को जोड़कर बनाया जायेगा इसमें खंडवा का 343.74 वर्ग किलोमीटर देवास का 268 .47 वर्ग किलोमीटर का क्षेत्र होगा सब मिलाकर 611 वर्ग किलोमीटर में ओंकारेश्वर वन्यजीव अभयारण्य बनाया जायेगा।