भोपाल। मध्य प्रदेश में सक्रिय मजबूत मौसम प्रणालियों के चलते बारिश की गतिविधियों में वृद्धि होने लगी है। शुक्रवार को 2 दर्जन से ज्यादा जिलों में झमाझम बारिश हुई। आज शनिवार को भी 41 जिलों में भारी से अति भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। इनमें से 5 में रेड, 21 में ऑरेंज और 14 में यलो अलर्ट है। फिलहाल 3-4 दिन तक भारी बारिश का दौर जारी रहेगा।भारी बारिश के चलते ग्वालियर सिंगरौली व दमोह के स्कूलों में आज शनिवार को अवकाश घोषित किया गया है। शनिवार को इन जिलों में भारी बारिश का अलर्ट रायसेन, सागर, दमोह, पन्ना, सतना और रीवा में अति भारी बारिश का रेड अलर्ट । गुना, अशोकनगर, विदिशा, सीहोर, नर्मदापुरम, बैतूल, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, जबलपुर, सिवनी, बालाघाट, मंडला, डिंडौरी, अनूपपुर, उमरिया, कटनी, मैहर, मऊगंज, सीधी और सिंगरौली में अति भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट। भोपाल, ग्वालियर, श्योपुर, शिवपुरी, दतिया, निवाड़ी, टीकमगढ़, राजगढ़, शाजापुर, इंदौर, उज्जैन, देवास, खंडवा और हरदा में भारी बारिश का यलो अलर्ट ।
एक साथ कई सिस्टम एक्टिव, जारी रहेगा बारिश का दौर फिर बदले सोने के भाव, ये है आज 26 जुलाई का 10 ग्राम का नया भाव, जानें अपने शहरों का भी शनिवार का 22-24 कैरेट का लेटेस्ट रेट मानसून द्रोणिका जम्मू, चंडीगढ़, बरेली, गोरखपुर, पटना, बांकुरा, कोलकाता, तटीय पश्चिम बंगाल से अवदाब के क्षेत्र से होकर बंगाल की खाड़ी तक बनी हुई है।वर्तमान में बंगाल की खाड़ी में बने अवदाब के क्षेत्र के पश्चिम बंगाल के गांगेय क्षेत्र एवं उससे लगे उत्तरी ओडिशा एवं झारखंड पर पहुंचने की संभावना है। हरियाणा पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है जिससे एक द्रोणिका अवदाब के केंद्र तक बनी हुई है, जो यूपी, उत्तर-पूर्वी एमपी, उत्तरी छत्तीसगढ़, दक्षिणी झारखंड एवं उत्तरी ओडिशा से होकर जा रही है। उत्तरी छत्तीसगढ़ पर भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है जिससे पूर्वोत्तर अरब सागर तक एक द्रोणिका बनी हुई है।
अलग-अलग स्थानों पर बनी इन मौसम प्रणालियों के प्रभाव के चलते अरब सागर के साथ बंगाल की खाड़ी से नमी आ रही है, ऐसे में जुलाई अंत में अच्छी बारिश होने का अनुमान है। अबतक मध्य प्रदेश में कहां कितनी हुई वर्षा प्रदेश में इस मानसूनी सीजन में औसत 22.5 इंच बारिश हो चुकी है, जबकि अब तक 15.1 इंच बारिश होनी थी। इस हिसाब से 7.4 इंच बारिश ज्यादा हो चुकी है, जो 49% अधिक है। निवाड़ी, टीकमगढ़ और श्योपुर में तो कोटा पूरा हो चुका है। इन जिलों में सामान्य से 25% तक ज्यादा पानी गिर चुका है।
इंदौर, उज्जैन, शाजापुर, बुरहानपुर और आगर-मालवा में 10 इंच से कम पानी गिरा है।