माता-पिता के चरणों में ही तीर्थ होता है - रुद्र देवजी त्रिपाठी, 27 दिवसीय शिव महापुराण एवं पार्थिव शिवलिंग पूजन अभिषेक एवं रुद्राक्ष वितरण कार्यक्रम प्रवाहित।

Neemuch headlines July 24, 2025, 9:31 pm Technology

नीमच।भगवान हर घर भगवान नहीं भेज सकता इसलिए धरती पर माता-पिता को ही भगवान बना कर भेजा है। भगवान गणेश जी ने भी अपने माता-पिता शिव पार्वती की परिक्रमा लगाकर पूरे ब्रह्मांड की परिक्रमा पुरी की है। माता-पिता की सेवा से बढ़कर संसार में कोई कार्य नहीं होता है। यह बात गुरुदेव रुद्रदेव जी त्रिपाठी (जावद वाले) ने कहीं। वे श्री हरि सत्संग मंडल एवं भक्तगण के तत्वाधान में गोमाबाई रोड स्थित लायन्स डेन सभागार में 11 जुलाई से 6 अगस्त तक आयोजित 27 दिवसीय संगीतमय श्री शिव महापुराण कथा एवं पर्वतीय शिवलिंग पूजन अभिषेक एवं रुद्राक्ष वितरण कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि शिव ओज बुद्धि और शांति के दाता है। शिव पुराण कथा के मध्य में महाराज श्री ने शंख चूड़ की कथा रिद्धि सिद्धि और गणेश जी विवाह, आदि धार्मिक प्रसंगों का वर्तमान परिपेक्ष में महत्व प्रतिपादित किया। शिव महापुराण पोथी पूजन आरती में बीएल धनोतिया, मुकेश पोरवाल, भारत जाजू दिलीप चौधरी, जगदीश माहेश्वरी, सत्य नारायण पाराशर, दिलिप दुबे, विजय जोशी, गोपाल व्यास, प्रेम नारायण गुप्ता, कैलाश माहेश्वरी, आर एन कदवा, आर वल्लभ ओझा, योगेश ओझा, आदि बड़ी संख्या में श्रद्धालु भक्त उपस्थित थे। आरती के बाद प्रसाद वितरण किया गया। कार्यक्रम की श्रृंखला में सुबह 8 से 8:30 बजे तक वेद पाठ, 9 से 10 बजे तक हवन, दोपहर 1 से 3 बजे शिव पुराण कथा, 3 से 4:30 बजे तक 27 हजार रुद्राक्ष शिवलिंग पूजन अभिषेक, सोमवार नागपंचमी, प्रदोष, हरियाली अमावस्या पर पार्थिव पूजन अभिषेक, सवालाख तय महामृत्युंजय मंत्र जाप, काल सर्प पूजन हवन शांति सहित विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान आयोजित किए गए। गणेश विवाह में झूमे श्रद्धालु शिव महापुराण के मध्य जब गुरुदेव रुद्र देवजी ने गणेश रिद्धि सिद्धि विवाह, मांगलिक, वृद्धा आश्रम, श्रीराम चरित्र , बिहारी प्रसंग बताया तो भक्ति पंडाल में श्रद्धालुओं ने पुष्प वर्षा कर जयगणेश जयगणेश की जय घोष लगाई गई। और श्रद्धालु भक्त झुमने लगे। झांकी में गणेश जी का अभिनय नविका गुप्ता, रिद्धि काव्या धनोतिया, सिद्धि निशिका पाटीदार ने प्रस्तुत किया

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