नीमच । पशुपालन विभाग जिले के 40 हजार शेष पशुपालकों के आगामी चार माह में के.सी.सी. के प्रकरण तैयार कर उन्हें के.सी.सी. जारी करवाना सुनिश्चित करें। प्रत्येक ए.व्ही.एफ.ओ. को एक -एक हजार पशुपालकों के के.सी.सी. जारी करवाने का लक्ष्य निर्धारित कर, उसकी पूर्ति की दैनिक समीक्षा कर, साप्ताहिक प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करें।यह निर्देश कलेक्टर श्री हिमांशु चंद्रा ने सोमवार को पशुपालन, मत्स्य, उद्यानिकी एवं डेयरी विभाग की योजनाओं की प्रगति की समीक्षा बैठक में उप संचालक पशुपालन नीमच को दिए। बैठक में जिला पंचायत सीईओ श्री अमन वैष्णव, उप संचालक पशुपालन डॉ.राजेश पाटीदार, उप संचालक उद्यानिकी श्री अतरसिह कन्नौजी, सहायक संचालक मत्स्य श्री देवशाह इनवाती सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में कलेक्टर ने पशुपालन विभाग एवं दुग्ध संघ के अधिकारियों को निर्देश दिए, कि वे नस्ल सुधार के लिए इस वर्ष 30 हजार पशुओं में मादा बच्छियां के जन्म को बढ़ावा के लिए चयनित वीर्य(सार्टेड सीमन) का उपयोग किया जाए। साथ ही पशुओं में कृत्रिम गर्धाधान का कार्य का लक्ष्य भी हांसिल करें। इसके लिए सभी एव्हीएफओ को लक्ष्य प्रदान कर पूर्ति करवाएं। बैठक में कलेक्टर ने भीमराव अम्बेड़कर कामधेनु योजना एवं आचार्य विद्यासागर योजना के तहत क्रमश: 30 एवं 60 प्रकरणों का लक्ष्य तय कर अक्टूबर माह तक स्वीकृति एवं ऋण वितरण करवाने के निर्देश उप संचालक पशुपालन को दिए। उन्होने दुग्ध संघ के अधिकारियों को मिल्क रूट वाले पशुपालकों को इन योजनाओं का प्राथमिकता से लाभ दिलवाने के निर्देश दिए। कलेक्टर श्री चंद्रा ने उद्यानिकी उपसंचालक कलस्टर विकास की कार्य योजना तैयार कर आगामी टी.एल. बैठक में प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। उन्होनें कहा , कि पीएमएफएमई योजना के उद्यमियों को कृषि अधो संरचना फण्ड (AIF) ए.आई.एफ. फण्ड से जोड़े, जिससे कि नवीन उद्यमियों को ब्याज में तीन प्रतिशत की छूट का लाभ मिल सकें। कलेक्टर ने नीमच में स्पाईस लेब, एवं फाईटो सेनेटरी लैब स्थापित करने के लिए इन लेब के बारे में विस्तृत जानकारी हांसिल कर, प्रांकल्लन, प्रस्ताव तैयार कर प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने इसके लिए संबंधित अधिकारी को अन्य राज्यों में स्थित लेब का अवलोकन करनेऔरविशेषज्ञो से चर्चा करने के निर्देश भी दिए। कलेक्टर ने शेट नेट, पालीहाऊस उद्यानिकी फसलों के कलस्टर विकास का प्लान तैयार कर प्रस्तुत करने के निर्देश भी दिए। मत्स्य विभाग की समीक्षा में कलेक्टर ने मत्स्य पालन के लिए 300 कैच एरिया के प्रकरण तैयार कर स्वीकृत करवाने के निर्देश दिए। साथ ही जिले में अधिकतम बायो फ्लाक लगवाने एवं फिश पार्लर का कार्य भी तेजी से करवाने के निर्देश दिए।