चीताखेड़ा। परब्रम्ह परमात्मा वासुदेव ने तुलसीया जी से रचाया ब्याह, डीजे साउण्ड के साथ गांव के विभिन्न मार्गों से निकली जोरदार बिंदोली। बारातियों का जगह-जगह ग्रामीणों ने चाय पानी स्वल्पाहार करवाकर किया स्वागत, बकायदा भगवान श्री कृष्ण ने तोरण मारने के बाद चांवरिया में अग्नि को साक्षी मानकर तुलसी के साथ लिए सात फेरे सहित कई रस्में पूरी तरह निभाई गई। उल्लेखनीय है कि गांव के बंजारा समाज की मजदूरी पर आधारित बेवा मनिषा बाई स्वर्गीय पति रामचंद्र चावड़ा के पुत्र अजय चावड़ा का विवाह किया गया। जिसमें मनिषा बाई ने तुलसी विवाह भी करवाया गया। चारभुजा नाथ मंदिर से भगवान की बारात भी बुलवाई गयी। चारभुजा नाथ मंदिर समिति और प्रभातफेरी रामधुन समिति के अलावा गांव के कई गणमान्य लोग भगवान श्री कृष्ण के बाराती बनकर डीजे साउण्ड पर कृष्ण भजनों पर नाचते झुमते हुए गांव के विभिन्न मार्गों से परिभ्रमण करते हुए विवाह मंडप पहुंचे जहां बारातियों का फूल-मालाओं से स्वागत किया और विवाह में होने वाली सभी रस्में पूरी तरह निभाई गई। बकायदा भगवान श्री कृष्ण ने तोरण मारा और चांवरिया में अग्नि को साक्षी मानकर तुलसी के साथ सात फेरे लिए और हतेले की रस्म भी की गई जिसमें आमंत्रित अतिथियों द्वारा हतेले में किसी ने नगदी राशि तो किसी ने चांदी के आभूषण झेलाए गए। हतेले में नगदी राशि 5 हजार रुपए और बिंदोली में ग्रामीणों द्वारा खोर भरी गई जो राशि भी 5 हजार रुपए प्राप्त हुई। शादी ब्याह में निभाई जाने वाली सभी रस्में पूरी तरह निभाई गई। तुलसी जी को दहेज भी दिया गया। भगवान श्री कृष्ण और तुलसी विवाह में सभी रस्में पूरी होने के बाद बारात में आए सभी बारातियों को सहभोज करवाया गया।